सीएम को काले झंडे दिखाने जा रहे अधिवक्ता को रोका
पिलखुवा में चुनावी सभा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर जाने की कोशिश की। अधिवक्ता पश्चिम में हाईकोर्ट बनाने की मांग कर रहे थे। काली पट्टी बांधी होने के कारण अधिवक्ताओं को पुलिस ने हापुड़ बाइपास पर
जागरण संवाददाता, हापुड़:
पिलखुवा में चुनावी सभा को संबोधित करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर जाने की कोशिश की। अधिवक्ता पश्चिम में हाईकोर्ट बनाने की मांग कर रहे थे। अधिवक्ताओं को पुलिस ने हापुड़ बाइपास पर ही रोक लिया। रैली में जाने से रोकने पर अधिवक्ता भड़क गए और नारेबाजी करने लगे, उन्होंने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन भी किया। उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश ने मौके पर पहुंचकर अधिवक्ताओं को समझा बुझाकर शांत किया।
मंगलवार को पश्चिम प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच नहीं बनाने जाने से नाराज अधिवक्ता काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री की रैली में जा रहे थे। कोतवाल महावीर चौहान पुलिस बल के साथ हापुड़ बाइपास पर पहुंच गए। उन्होंने रैली में जा रहे अधिवक्ताओं को हापुड़ बाइपास पर ही रोक लिया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कंसल, सचिव जितेंद्र चौधरी ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता को सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के लिए अधिवक्तागण संघर्ष कर रहे हैं। केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है।
अधिवक्ता अनिल आजाद ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात कहना या फिर विरोध करना अधिकार है, लेकिन अधिवक्ताओं को मुख्यमंत्री की सभा में जाने से रोका जाना सरकार के तानाशाहपूर्ण रवैया दर्शाता है। विरोध के लिए जाने वाले अधिवक्ताओं में युसुफ कुरैशी, चौ. अजीत सिंह, भोपाल सिंह, अनिल शिशौदिया, रामनिवास सिंह, मुकेश शर्मा, संदीप त्यागी, धर्मपाल सिंह, अमित पायल, विकास त्यागी, अशोक सिरोही, खालिद खान, राहुल गुप्ता, शाहिद प्रवीन, पुरुषोत्तम वर्मा आदि रहे।