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आयुर्वेद के पुरोधा ऋषि चरक का जन्मदिन मनाया

रेलवे रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आयुर्वेद की औषधि चिकित्सा पद्धति के जनक महर्षि चरक का जन्म दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के आयुर्वेद चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ चरक पूजन के साथ किया गया। इसके बाद वैद्य हर्षवर्धन शर्मा, डा. विवेक शर्मा, सुधा शर्मा, साक्षी त्यागी, देवेंद्र वशिष्ठ को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि आयुष मंत्रालय में सीआइएम सदस्य एनएस त्यागी व क्षेत्रीय आयुर्वेद व युनानी अधिकारी डा. अशोक राणा ने कहा कि वर्तमान माह ऋतु संधि वह काम है जब दूसरा मौसम आने वाला होता है। आयुर्वेद के अनुसार ऋतु संधि में बहुत सारे रोग मनुष्य को पीड़ित करते हैं। इसमें ज्वर आदि जैसे छोटे रोग भी अधिक समस्या उत्पन्न करते हैं। इसीलिए आयुर्वेद में इनसे बचाव व चिकित्सा के लिए प्रभावी आहार विहार, औषध का वर्णन है, जिसका दुष्प्रभाव नहीं होता है।कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. ध

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 07:02 PM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 07:02 PM (IST)
आयुर्वेद के पुरोधा ऋषि चरक का जन्मदिन मनाया
आयुर्वेद के पुरोधा ऋषि चरक का जन्मदिन मनाया

जासं, हापुड़ : जासं, हापुड़ : नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के विद्वान महर्षि चरक का शनिवार को जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर जिले के आयुर्वेद चिकित्सकों को सम्मानित किया गया।

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कार्यक्रम का शुभारंभ चरक पूजन के साथ किया गया। इसके बाद वैद्य हर्षवर्धन शर्मा, डा. विवेक शर्मा, सुधा शर्मा, साक्षी त्यागी और देवेंद्र वशिष्ठ को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि आयुष मंत्रालय में सीआइएम सदस्य एनएस त्यागी और क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. अशोक राणा ने कहा कि वर्तमान माह ऋतु संधि का है। आयुर्वेद के अनुसार ऋतु संधि में बहुत सारे रोग मनुष्य को पीड़ित करते हैं। इसमें ज्वर आदि जैसे छोटे रोग भी अधिक समस्या उत्पन्न करते हैं। इसीलिए आयुर्वेद में इनसे बचाव और चिकित्सा के लिए प्रभावी आहार-विहार, औषधि का वर्णन है। इस औषधि का दुष्प्रभाव नहीं होता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. धन्वंतरि त्यागी ने बताया कि महर्षि चरक द्वारा रचित चरक संहिता को आज भी आयुर्वेद चिकित्सक अपना आदर्श मानते हैं। आज के समय में इस पुस्तक से संबंधित विषयों पर 1300 से अधिक शोध चल रहे हैं। डा. अनुज मुद्गल, पूनम ग्रोवर, नवनीत त्यागी, एन.के. ¨सह, ताराचंद अग्रवाल, संजीव गोयल, अशोक गोयल आदि मौजूद रहे।


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