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खादर से दस रुपये में बेचा जा रहा मौत का सामान

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : खादर क्षेत्र में अवैध शराब की भट्ठियां धधक रही हैं। क्षेत्र के

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 May 2018 09:13 PM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 09:13 PM (IST)
खादर से दस रुपये में बेचा जा रहा मौत का सामान
खादर से दस रुपये में बेचा जा रहा मौत का सामान

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : खादर क्षेत्र में अवैध शराब की भट्ठियां धधक रही हैं। क्षेत्र के जंगलों में शराब का अवैध धंधा पनपने से दस रुपये में मौत का सामान बेचा जा रहा है। गन्ना कटने के बाद माफिया सक्रिय हो गए हैं। आए दिन बड़े स्तर पर शराब की तस्करी शुरू हो गई है। बता दें कि वर्ष 2009 में ही गढ़ क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी।

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गंगा खादर में सैकड़ों कच्ची शराब बनाने की भट्ठियां फिर शुरू हो गई हैं। जमीनी स्तर पर कार्रवाई न होने से शराब तस्करों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। गंगा खादर क्षेत्र अवैध व कच्ची शराब का गढ़ माना जाता है। गन्ना सीजन में किसानों की तादाद जंगल में बढ़ जाने की वजह से शराब माफिया धंधा कम कर देते हैं। क्योंकि गन्ना सीजन खत्म होने को है इसलिए शराब माफियों ने अपनी भट्ठियां लगानी शुरू कर दी हैं। सूत्रों की मानें तो सैकड़ों भट्ठियां गंगा खादर में लग चुकी है। पुलिस व आबकारी विभाग इन पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। पहले भी 14 लोगों की हो चुकी है मौत : खादर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा सदियों से चला आ रहा है। वर्ष 2009 में बहादुरगढ़ क्षेत्र के कनौर, देवली सहित आसपास के गांवों में होली पर शराब तैयार की गई थी। इस दौरान कच्ची शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत हो गई थी। उस दौरान आबाकारी विभाग के कई अधिकारियों को शासन स्तर से निलंबित कर दिया था। आबाकारी विभाग की टीम खानापूर्ति के लिए करती है कार्रवाई

सरकारी शराब की दुकान पर पर देशी शराब की कीमत 60 से 70 रुपये तक बेची जाती है। जबकि खादर क्षेत्र में तैयार होने वाली इस शराब की एक थैली की कीमत मात्र दस रुपये है। दस रुपये में यहां के लोग मौत का सामान खरीद रहे हैं। आबकारी विभाग की टीम मात्र खाना पूर्ति के लिए छापामार कार्रवाई करती नजर आती है।

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दूध की केन से होती है तस्करी

अवैध व कच्ची शराब का कारोबार करने में दूध की केन का इस्तेमाल किया जाता है। साइकिल पर दूध की केन देखकर अधिकांश पुलिस वाले चेकिंग नहीं करते हैं। जिससे आसानी से शराब की तस्करी होती है। पुलिस व आबकारी विभाग की निष्क्रियता के चलते इन पर रोक नहीं लग पा रही है।

खादर क्षेत्र में चलने वाली शराब की अवैध भट्ठियां को चलाने वालों पर कार्रवाई की जाती है। एक बार फिर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर अवैध शराब नहीं बिकने दी जाएगी।

-सीमा कुमारी, आबकारी निरीक्षक


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