भाकियू ने किया अधिशासी अभियंता का घेराव, हंगामा
नलकूप किसानों को ओटीएस योजना का लाभ न मिलने के विरोध में बृहस्पतिवार को भाकियू भानु के पदाधिकारी और कार्यकर्त भड़क गए। अधिशासी अभियंता का घंटों तक घेराव कर जोरदार नारेबाजी की। किसानों के लिए अलग से काउंटर खोलने व जल्द राहत दिलाने के आश्वासन पर कार्यकर्ता शांत हो सके।
जागरण संवाददाता, हापुड़
नलकूप किसानों को ओटीएस योजना का लाभ नहीं मिलने के विरोध में बृहस्पतिवार को भाकियू भानु गुट के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भड़क गए। उन्होंने अधिशासी अभियंता का घंटों तक घेराव कर जोरदार नारेबाजी की। किसानों के लिए अलग से काउंटर खोलने और जल्द राहत दिलाने के आश्वासन मिलने पर कार्यकर्ता शांत हुए।
भाकियू भानु के जिलाध्यक्ष पवन हूण ने कहा कि बिजली निगम में करीब एक दशक पहले करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ था। किसानों ने समय से बिल जमा किए थे और लेकिन उन पर लाखों रुपये का बकाया निकाल रखा है। इस कारण किसानों को ओटीएस योजना के अंतर्गत पेनल्टी पर छूट भी नहीं मिल पा रही है, जबकि किसान की गलती नहीं है। किसानों को छूट का लाभ तत्काल दिलाया जाए। रसीद पर बकाया लिखना बंद किया जाए। नगर अध्यक्ष राजवीर भाटी ने कहा कि ओटीएस योजना का समय बढ़ाकर नलकूप किसानों को योजना का लाभ दिलाया जाए। किसानों के लिए अलग से काउंटर बनाया जाए। प्रधान संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री और लोकदल के पंचायत राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नानक चंद शर्मा ने धरने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसानों का शोषण बंद किया जाए। कृष्ण प्रकाश त्यागी ने कहा कि जांच कमेटी का गठन किया जाए। अधिशासी अभियंता सुनील कुमार ने आश्वासन दिया कि नियमानुसार समस्या का समाधान कराया जाएगा। किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
इस अवसर पर सुबीश त्यागी, ललित त्यागी, राधेलाल त्यागी, योगेश त्यागी, सुधीर, रामनाथ त्यागी, विजेंद्र कसाना, रामकुमार आर्य, डा.राजेंद्र ¨सह, अजयपाल, सोमेंद्र, लीलू, डा.विरेंद्र, सुधाकर,अमित गुर्जर, वीरेंद्र गुर्जर, अमित प्रधान, सत्ते गुर्जर आदि मौजूद थे। गठित की तीन सदस्यीय जांच कमेटी : निजी नलकूप उपभोक्ताओं के बिलों पर सरचार्ज छूट में गंभीर गबन एवं अभिलेखों में हेराफेरी की जांच के लिए ऊर्जा निगम के निदेशक (वाणिज्य) ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें पश्चिमांचल विद्युत निगम के महाप्रबंधक (लेखा) एचके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता (वाणिज्य) पवन अग्रवाल, लेखाधिकारी मोहित ¨सह को रखा गया है। एक सप्ताह में टीम जांच करके प्रबंध निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।