गढ़ क्षेत्र में दो गुना हो गया गन्ने का रकबा
गन्ना सर्वे का काम मिल प्रबंधन से हटकर समिति के हाथों में आते ही समिति के क्षेत्र में गन्ने का रकबा पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना हो गया। समिति ने अफसरों को सर्वे की रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट आने के बाद मिल प्रबंधन के भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। इससे जहां किसानों में खुशी है, वहीं प्रशासन और मिल प्रबंधन हैरान है। सर्वे का काम पूरा होने के बाद गांव-गांव में गन्ने के डिस्प्ले का काम शुरू हो गया है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
गन्ना सर्वे का काम मिल प्रबंधन से हटकर समिति के हाथों में आते ही समिति के क्षेत्र में गन्ने का रकबा पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना हो गया। समिति ने अफसरों को सर्वे की रिपोर्ट भेज दी है। इससे किसानों में खुशी है।
करीब एक माह पहले जनपद में गन्ना सर्वे का काम शुरू हुआ था। पहले गन्ना सर्वे का काम मिल प्रबंधन द्वारा कराया जाता था, लेकिन इस बार गन्ना आयुक्त ने नए आदेश जारी कर दिए। जिसमें सर्वे में मिलने वाली गड़बड़ी को देखते हुए गन्ना आयुक्त ने सर्वे समेत कई जिम्मेदारियां गन्ना समितियों को सौंप दी थीं। गन्ना सर्वे के अलावा सट्टे की फी¨डग कर पर्ची ¨प्रट करने तथा किसानों को एसएमएस के माध्यम से पर्ची जारी करने की सूचना दिए जाने के लिए कार्यदायी संस्थाओं का चयन ई-टेंड¨रग के माध्यम से कराया गया था। ¨सभावली गन्ना समिति क्षेत्र हुए गन्ना सर्वे के बाद रकबा 32 हजार 338 हेक्टेयर है। जो पिछले साल गन्ने का रकबा महज 16 हजार हेक्टेअर था। ¨सभावली गन्ना समिति के सचिव राजीव सेठ ने बताया कि सर्वे का काम पूरा होने के बाद गन्ना प्रदर्शन का काम शुरू हो गया है। सभी किसानों से अपील है कि वह घोषणा पत्र, आधार कार्ड, पहचान पत्र और जमीन से जुड़े अन्य अभिलेख जमा कराएं। ऐसा न करने पर उनके बांड निरस्त कर दिए जाएंगे।