पुलिस पर लगाया फैसले का दवाब बनाने का आरोप
नगर के एक ढाबे पर ढाबा संचालक के साथ मारपीट कर नगदी छीने के आरोप में पुलिस ने वादी के साथ फैसले का दवाब बनाए जाने ेका मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस द्वारा कार्रवाई किए जाने के बदले में आरोपितों को मात्र शांतिभंग में निरुद्ध करने की बात कहीं। पुलिस के इस रवैये को लेकर ढाबा संचालक में रोश है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर: नगर में स्थित एक ढाबे पर ढाबा संचालक के साथ मारपीट कर नकदी छीनने के आरोप में पुलिस ने वादी पर ही फैसला करने का दवाब बनाना शुरू कर दिया है। पीड़ित द्वारा इस संबंध में दी गई तहरीर के बाद भी पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस के इस रवैये को लेकर ढाबा संचालक आक्रोशित है।
नगर के दुर्गा कालोनी निवासी सौरभ नगर में ही ढाबा संचालन कर परिवार का पालन पोषण करता है। बुधवार को देर शाम उसके ढाबे पर तीन लोग खाना खाने के लिए आए। खाना खाने के बाद ढाबा संचालक ने रुपये मांगे तो आरोपितों ने गाली-गलौच कर दी। पीड़ित द्वारा विरोध किए जाने पर आरोपितों ने उसे मारपीट कर घायल कर दिया। इस दौरान तीनों आरोपितों ने ढाबा संचालक के गल्ले से दस हजार रुपये लूट लिए। सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिसकर्मी ने तीनों आरोपितों को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आए। पुलिस ने आरोपितों से लूटी गई रकम बरामद कर ली। बृहस्पतिवार को ढाबा संचालक कोतवाली पहुंचा तो पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई करने के बजाय उस पर ही फैसला करने का दवाब बनाने लगी। कोतवाली प्रभारी रविद्र राठी ने बताया कि मारपीट का मामला है। दोनों पक्ष आपस में फैसला कर रहे हैं। पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार का दवाब नहीं बनाया गया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार शुक्ल ने मामले की जानकारी होने से इन्कार किया है।