जहां में नूर आया है आमना के लाल से..
ईद मिलादुन्नावी (बारावफात) के मौके पर पूरे
जागरण टीम, महोबा : ईद मिलादुन्नावी (बारावफात) के मौके पर पूरे जनपद में अकीदत व जोश-ओ-खरोश के साथ जुलूस निकाल कर हजरत मोहम्मद पैगंबर को याद किया गया। चरखारी में यौमे पैदाइशी पर मुस्लिम समुदाय ने सादगी के साथ जुलूस निकाल कर शांति का पैगाम दिया। जुलूस जामा मस्जिद से घड़ी मस्जिद, वी पार्क, झण्ड़ा बाजार, गांधी पार्क तिरहा, गंगा सिंह इंटर कॉलेज से बुधवारी बाजार, गोलाघाट पहुंच कर समाप्त हुआ। इस दौरान मोहम्मदी कमेटी के रमजान सौदागर, रमजान राईन, डा. इफ्तखार अहमद, कल्लन ने हिन्दू सामाज को गुलाब का फूल भेंट कर मोहब्बत का संदेश दिया।
भरवारा में रिछा तिगेला स्थित मस्जिद परिसर से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। यह बस स्टैंड, मड़ियनपुरा, कंचन सहित गांव के मुख्य मार्गों से होता हुआ पुन: रिछा तिगैला मस्जिद पहुंचकर समाप्त हुआ।
कुलपहाड़ में घोड़ा, ऊंट, बैण्ड बाजे तथा मक्का मदीना की आकर्षक झांकी सजाकर हाथों में झंडा लेकर घोड़ा बग्घी के साथ नात शरीफ पड़ते हुये लोग चल रहे थे। जुलूस टिलवापुरा मदरसे से चलकर पुरवनपुरा, राजावार्ड, मुख्य बाजार, बस स्टैण्ड, गल्ला मंडी, किशोरगंज, नजरबाग, पुरानी तहसील रोड, सतियनपुरा होते हुए शाम को मदरसे में समापन हुआ।
बेलाताल में भव्य जुलूस का लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया। जुगयाना से जुलूस की शुरुआत हुई जो जमींदारी, बजरिया, चमन चौराहा, बाजार, गल्ला मंडी, ड्योडीपुरा होते हुए बीज गोदाम के पास में समाप्त हुआ। डीजे में कमी को सबने सराहा
महोबा: शहर हो या कस्बे, अधिकांश जगहों पर इस बार संयमित आवाज में जुलूस निकाला गया। मुख्यालय जुलूस में केवल चार डीजी की अनुमति ली गई थी। चरखारी में जुलूस नात पढ़ने के लिए केवल एक लाउडस्पीकर वाहन व नातिया बैड का प्रयोग हुआ।