महिला अस्पताल में एक साथ तीन बच्चों की किलकारी से गूंजा वार्ड
महिला अस्पताल में एक साथ तीन बच्चों की किलकारी
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिला महिला अस्पताल में एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों (लड़कों) को जन्म दिया है। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) केस के बावजूद जिला अस्पताल की टीम ने सामान्य प्रसव कराने में सफलता पाई है। तीनों बच्चे स्वस्थ हैं।
सुरक्षित प्रसव की सफलता के बाद सीएमओ डॉ. आरके सचान और महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पीके सिंह ने डॉ. आशा सचान, विनीता, अन्नापूर्णा और प्रीती समेत पूरी टीम को बधाई दी है। डॉ. पीके सिंह ने बताया कि कुरारा ब्लाक के रिठौरा गांव के रोहित कुमार की 24 वर्षीय पत्नी रिकी को 11 जनवरी को जिला महिला अस्पताल लाया गया था। रिकी की हालत भी नाजुक थी। गर्भ में तीन बच्चों की जानकारी के आधार पर रिकी का केस हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) में डाल दिया गया था। प्रसव से पूर्व रिकी का हीमोग्लोबिन 9.8 ग्राम था। डॉ. आशा ने बताया कि रिकी की प्रसव पूर्व जांचें हो चुकी थी। उसे एचआरपी में रखा गया था। लेकिन रिकी को परिजन ऐन वक्त पर अस्पताल लेकर आए। अस्पताल की टीम ने सुरक्षित तरीके से प्रसव कराया। तीनों बच्चे स्वस्थ हैं। दो बच्चों को एहतियात के तौर पर एसएनसीयू वार्ड में रखा गया है। रिकी ने दिन के 12 बजकर 21 मिनट पर पहले बच्चे, 12:39 में दूसरे व 1 बजकर 5 मिनट पर तीसरे बच्चे को जन्म दिया। तीनों ही लड़के हैं। पांच वर्ष का टूटा रिकार्ड
सीएमएस डॉ. पीके सिंह ने बताया कि पांच साल पहले भी इसी तरह जिला महिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया था। पांच वर्ष बाद फिर एक महिला ने तीन बच्चों को जन्म दिया है।