स्ट्रेचर पाने को तीमारदार ने जमा किया मोबाइल
जागरण संवाददाता हमीरपुर जिला अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर भी आसानी से नसीब नहीं हो रह
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिला अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर भी आसानी से नसीब नहीं हो रहा है। आलम यह है कि तीमारदारों को स्ट्रेचर पाने के लिए जमानत के रूप में कुछ न कुछ जमा करना पड़ता है। ताकि तीमारदार स्ट्रेचर यथा स्थान रख जाए। ऐसा ही एक मामला सोमवार को जिला अस्पताल में देखने को मिला। जहां आंत कटने से पेट दर्द से कराह रहे प्रताप नारायन निवासी खंडेह मौदहा को उसके परिजन इलाज के लिए सदर अस्पताल लाए। जहां उन्हें मरीज को अंदर ले जाने के लिए स्ट्रेचर की जरूरत पड़ी। जैसे ही वह इमरजेंसी में रखे स्ट्रेचर को उठाने लगा। वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी ने मना कर दिया। बाद में जमानत के तौर पर तीमारदार का मोबाइल जमा कराने के बाद स्ट्रेचर दिया गया। मरीज के साथ आए उसके पिता छोटेलाल ने बताया कि मरीज गंभीर होने के कारण कई बार फोन से बात करनी पड़ रही थी और मोबाइल जमा कराने से उन्हें काफी देर तक परेशान होना पड़ा। कहा चिकित्सकों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया है। गाड़ी आने में देर होने के कारण स्ट्रेचर के चक्कर में आधे घंटे से गेट पर लिटाना पड़ रहा है।
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इस बाबत सीएमएस डा. आरके शर्मा ने बताया कि सूचना मिलने पर मरीज को बेड पर लिटाया गया और एंबुलेंस आने पर ही उसे जाने दिया गया। साथ ही स्टाफ को भी मरीज की गंभीरता को देखते हुए सजग रहने को कहा गया है।