पर्यावरण सुधार को सेवकों ने लिया संकल्प, लाएंगे हरियाली
वरण सुधार को सेवकों ने लिया संकल्प लाएंगे हरियालीवरण सुधार को सेवकों ने लिया संकल्प लाएंगे
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : पर्यावरण को स्वच्छ रखने को जहां शासन स्तर से विभिन्न प्रकार के काम कराए जाते हैं। वहीं, कई संस्थाएं व पर्यावरण सेवक इस काम में लगे रहते हैं। इस बार कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन ने उन्हें खासा निराश किया है। करीब दो माह से अधिक समय वह काम से दूर रहे। उन्होंने इस बार आगामी पूरे वर्ष का लक्ष्य तैयार कर इसे पूरा करने का संकल्प लिया है। इसमें पौधरोपण, वृक्ष तैयार करने व जल संरक्षण के काम शामिल है। निर्माणाधीन यमुना तट को हराभरा बनाने का संकल्प
एलएलबी पास मुख्यालय निवासी राजेंद्रवीर सिंह अधिवक्ता हैं। उन्होंने बीते छह वर्ष पूर्व नवनिर्मित यमुना पाथ-वे को हरा भरा बनाने को वृक्ष मित्र संगठन तैयार किया। अब तक उन्होंने एक किमी लंबे पाथ-वे में करीब दो हजार छोटे बड़े वृक्ष तैयार किए हैं। पर्यावरण संबंधी प्रयासों के लिए अक्सर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाता है। संगठन में महिला पुरुष समेत कुल दो दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं। हरियाली में स्टेशन को दिलाएंगे स्थान
इंटर पास संतोष कुशवाहा सुमेरपुर कस्बे में बिजली के सामान की दुकान किए हैं। उन्होंने बीते चार वर्ष पूर्व कस्बे में पर्यावरण संरक्षण समिति बना पौधरोपण का काम शुरू किया था। मौजूदा में उनके संगठन में करीब 250 लोग जुड़े हैं। जो प्रत्येक रविवार को स्थान चयन कर कस्बे में एक एक पौधा लगाते हैं। साथ ही उनकी सतत निगरानी करते है। यहीं कारण है कि संतोष कुशवाहा को लोग ग्रीन मैन के नाम से पुकारते हैं। उनका कहना है कि इस वर्ष वह सुमेरपुर स्टेशन को हराभरा बनाने का काम करेंगे। जिसमें स्थान चिन्हित कर छायादार व फलदार वृक्ष तैयार किए जाएंगे। कहा कि हरियाली के मामले में सुमेरपुर स्टेशन की अलग पहचान होगी। जेल पार्क विकसित कराने का संकल्प
एमए पास मुख्यालय निवासी अजय राजपूत एलआइसी अभिकर्ता होने के साथ समाजसेवा से भी जुड़े हैं। जहां प्रति वर्ष वह विभिन्न संस्थाओं को एक हजार पौधे वितरित करते है वहीं 60 से 70 पौधों का रोपण भी स्वयं कर उनकी देखभाल करते हैं। अब तक उनके लगाए गए करीब 200 पौधे वृक्ष का रूप ले रहे है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी वह एक हजार पौधें वितरित कर उनका रोपण कराएंगे। इसके अलावा जेल के सामने खाली पड़े मैदान को जेल पार्क के रूप में विकसित करने का काम करेंगे। इसके लिए वहां एक सैकड़ा छायादार, फलदार व औषधीय गुणों वाले पौधे लगवाएंगे। साथ ही जेल प्रशासन के सहयोग से इसे विकसित कराने का प्रयास करेंगे। ताकि लोगों को सुबह शाम सैर को पार्क मिल सके। सड़क किनारे दो किमी क्षेत्र करेंगे हराभरा
एमबीएम डिग्री धारक सिद्धार्थ सिंह सुमेरपुर कस्बा स्थित एक विद्यालय चलाते हैं। इसके अलावा वह पतंजलि से जैविक खेती ट्रेनर भी हैं। बीते दो वर्षों से वह पौधरोपण के नए तरीके इजाद कर किसानों के माध्यम से वृक्ष तैयार करा रहे है। बीते वर्ष उन्होंने सीड बम तैयार कर पांच हजार पौध तैयार कराई थी। इसमें करीब तीन हजार पौधे वृक्ष का रूप ले रहे हैं। उनका कहना है कि इस वर्ष उन्होंने कस्बे से दो किमी तक दोनों ओर दो हजार सहजन के पौध लगाने का लक्ष्य रखा है। पर्यावरण, जल संरक्षण कार्यों से बढ़ाएंगे किसानों की आय
एमए पास कुरारा निवासी देवेंद्र गांधी एनजीओ चलाते हैं। इनके द्वारा सुमेरपुर क्षेत्र के नजरपुर, कारीमाटी व सौखर गांव में जल संरक्षण के कार्य कराए गए। जिससे न केवल गांवों का जल स्तर ऊपर आया। बल्कि किसानों को इसका लाभ हुआ। उन्होंने बताया कि अब वह इन गांवों में किसानों के माध्यम से औषधीय व फलदार वृक्ष तैयार कराएंगे। जिससे न केवल पर्यावरण को फायदा मिलेगा बल्कि किसानों की आय भी बढ़ेगी। कहा कि इस वर्ष करीब 20 हेक्टेयर में बागवानी तैयार कराने का लक्ष्य रखा है। जिसे पूरा कराने को प्रयास जारी है।