मौदहा प्रधान संघ अध्यक्ष से दारोगा ने की अभद्रता
संवाद सहयोगी मौदहा कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन में लगातार प्रशासन एवं ग्राम प्रधानों के बीच तालमेल की भारी कमी दिखाई दे रही है। इसके चलते सिसोलर थाना में तैनात एक दरोगा ने यहां के प्रधान के साथ अभद्रता कर दी। संवाद सहयोगी मौदहा कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन में लगातार प्रशासन एवं ग्राम प्रधानों के बीच तालमेल की भारी कमी दिखाई दे रही है। इसके चलते सिसोलर थाना में तैनात एक दरोगा ने यहां के प्रधान के साथ अभद्रता कर दी। संवाद सहयोगी मौदहा कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन में लगातार प्रशासन एवं ग्राम प्रधानों के बीच तालमेल की भारी कमी दिखाई दे रही है। इसके चलते सिसोलर थाना में तैनात एक दरोगा ने यहां के प्रधान के साथ अभद्रता कर दी। संवाद सहयोगी मौदहा कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन में लगातार प्रशासन एवं ग्राम प्रधानों के बीच तालमेल की भारी कमी दिखाई दे रही है। इसके चलते सिसोलर थाना में तैनात एक दरोगा ने यहां के प्रधान के साथ अभद्रता कर दी।
संवाद सहयोगी, मौदहा : कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में लगातार प्रशासन एवं ग्राम प्रधानों के बीच तालमेल की भारी कमी दिखाई दे रही है। इसके चलते सिसोलर थाना में तैनात एक दारोगा ने यहां के प्रधान के साथ अभद्रता कर दी। इस घटना से प्रधान संघ में आक्रोश व्याप्त है। संगठन ने इस को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों सहित पुलिस के रवैये को कोसा।
शासन के निर्देश पर गांव गांव में सेल्टर होम बनाए गए हैं। बाहरी शहरों से आए मजदूरों को सेल्टर होम में रखने के सख्त आदेश हैं। इस कार्य को पुलिस तथा प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधानों के सहयोग से अंजाम दिया जाना है लेकिन इनके बीच तालमेल नहीं बन सका है। इसके चलते बुधवार को सिसोलर के प्रधान एवं संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष विजय शंकर प्रजापति और सिसोलर थाना में तैनात दरोगा दारा सिंह के बीच कहासुनी हो गई। जिसपर दरोगा ने रौब गांठते अभद्रता की और धमकाया। प्रधान संघ अध्यक्ष के साथ दरोगा की बदसलूकी की खबर से नाराज संगठन के प्रधानों ने इस घटना की घोर निदा करने हुए आक्रोश जताया है। घटना के बारे में प्रधान विजय शंकर प्रजापति ने बताया कि वह अपने ग्रामवासियों को कोरोना से बचाने के लिए सरकार के सभी निर्देशों के क्रम में जुटे हैं परंतु दारोगा दारा सिंह लगातार अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। बताया कि उनका भतीजा अमित कुमार पुत्र रामलखन अपने घर के अन्दर था। तभी दारा सिंह घर में घुसकर उसे पकड़कर सड़क पर ले आए। इसी बात को लेकर दारोगा से कहासुनी हुई जिस पर उक्त दरोगा आगबबूला हो गया तथा देख लेने की धमकी देते हुए भतीजे को लेकर वहां से चला गया। ग्राम प्रधान का कहना है कि गांव में बाहर से आए 105 लोगों की सूची थाने में दी गई थी। इसमें घटना के समय तक सिर्फ 12 लोगों को पकड़ा जा सका था। बाकी लोगों की धरपकड़ तेज करने के लिए कहे जाने से उक्त दारोगा नाराज हो गया और उसने बदले की भावना से इस घटना को अंजाम दिया है।