राठ की ब्लाक प्रमुख कुर्सी भी छिनी
संवाद सहयोगी, राठ : गोहांड और सरीला के बाद अब राठ की ब्लाक प्रमुख सीट भी समाजवादी पार्टी
संवाद सहयोगी, राठ : गोहांड और सरीला के बाद अब राठ की ब्लाक प्रमुख सीट भी समाजवादी पार्टी ने गवां दी। मंगलवार को हुई मी¨टग में 47 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से 26 ने भाग लेकर अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। जबकि विपक्ष में एक भी मत नहीं पड़ा। ब्लाक प्रमुख अंजना यादव ने मतदान में भाग नहीं लिया।
समाजवादी पार्टी की राठ, सरीला और गोहांड में ब्लाक प्रमुख की सीटें काबिज थी। लेकिन सरकार का निजाम बदला और तीनों सीटें भाजपा के खाते में आ गई। ब्लाक प्रमुख अंजना यादव के खिलाफ विभिन्न आरोप लगाते हुए अटगांव क्षेत्र पंचायत सदस्य अंजू राजपूत पत्नी भुवनेश राजपूत के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया। प्रस्ताव पर मतदान तय तिथि मंगलवार को होना था। सुबह से ही खासा गहमागहमी रही। दोपहर बाद तकरीबन 11:50 बजे अंजू राजपूत के नेतृत्व में 26 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में भाग लेने खंड विकास कार्यालय पहुंचे। मतदान से पहले मतदान अधिकारी एसडीएम सुरेश कुमार ने क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक ली। जिसमें सभी सदस्यों ने एक राय होकर ब्लाक प्रमुख अंजना यादव को हटाये जाने की मांग की। जिसके लिए मतदान कराने की बात कही। मी¨टग के बाद अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान में उपस्थित सभी 26 सदस्यों ने ब्लाक प्रमुख अंजना यादव के खिलाफ मतदान किया। इस प्रकार राठ ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया। मी¨टग में ब्लाक प्रमुख ने भाग नहीं लिया। इसके पूर्व पूर्व विधायक डा. अंबेश कुमारी, पूर्व सदर विधायक शिवचरण प्रजापति, को-आपरेटिव सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष पुष्पेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष इदरीश खान, युवजन सभा जिलाध्यक्ष सत्यपाल यादव पर सत्ता पक्ष के दबाव में आकर प्रशासन ने रोक लगाई। जिस कारण सपाइयों और प्रशासनिक अधिकारियों की तीखी नोकझोंक भी हुई। बता दें कि राठ ब्लाक के 47 क्षेत्र पंचायत सदस्यों में से 33 बीडीसी सदस्यों ने ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। मतदान में 26 सदस्य ही मौजूद रहे।
कई थानों की पुलिस फोर्स रही तैनात : खंड विकास कार्यालय में होने वाले अविश्वास प्रस्ताव के लिए प्रशासन ने पहले से तैयारियों कर ली थी। ब्लाक गेट और उसके आगे बैरियर बना लिया। सीओ राठ अभिषेक यादव और सरीला सीओ सहित कई थानों की पुलिस सुरक्षा के लिए तैनात रही।