अब विभाग के थाने में दर्ज होगी बिजली चोरी की एफआइआर
अब बिजली विभाग के थाने में दर्ज होगीं
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यालय स्थित बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में ही बिजली थाना (एंटी पॉवर थेफ्ट पुलिस थाना) खुल गया है। जिससे अब बिजली चोरी से संबंधित मामलों को दर्ज कराने के लिए विभाग के कर्मचारियों को कोतवाली व जनपद के अन्य थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। साथ ही बिजली चोरी को चलाए जाने वाले छापेमारी अभियान के लिए भी उन्हें संबंधित कोतवाली या थाने से पुलिस बल नहीं मांगना पड़ेगा। साथ ही बिजली चोरी पर कड़ी कार्रवाई कर लाइन लांस कम किया जाएगा। हालांकि अभी एक एसआइ और दो कांस्टेबिलों की ही तैनाती की गई है।
योगी सरकार द्वारा बिजली चोरी पर सख्ती से रोक लगाने के लिए प्रदेश के हर जनपद में थाना खुलवाए जा रहे हैं। इसी क्रम में बिजली विभाग का बिजली थाना (एंटी पॉवर थेफ्ट पुलिस थाना) गुरुवार को खोला गया। जिसे फिलहाल में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के निकट एक कक्ष में संचालित किया गया है। जिससे बिजली या ट्रांसफार्मर चोरी आदि जैसी घटनाओं में थाना कोतवाली नहीं जाना होगा। उनके मामले बिजली थाने में दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। थाने में कुल 29 लोगों के स्टाफ का अनुमोदन किया गया है। लेकिन फिलहाल में काम चलाने के लिए अभी यहां पर एक एसआई व दो सिपाहियों की तैनाती की गई है। जो इस कार्य को देख रहे हैं। दो दिन बीतने के बाद अब तक थाने में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
गुजरात की तर्ज पर प्रदेश में लाइन लॉस कम करने को सरकार द्वारा सभी जिलों में बिजली थाने खुलवाए जा रहे है। बिजली थाना बनाने के बाद चोरों के खिलाफ कार्यवाही में आसानी होगी है। जिले के विभिन्न थानों में पहले से बिजली चोरी की दर्ज एफआइआर यहीं मंगाई जाएगी। बिजली थाना खुलने से अब एफआइआर और विवेचना भी जल्द से जल्द पूरी होगी। पुलिस थानों में पहले से ही इतना ज्यादा काम होता है कि बिजली चोरी की जांच में देरी हो जाती है। जिसका असर राजस्व वसूली पर भी पड़ता है।
- सुमित व्यास, अधिशाषी अभियंता बिजली विभाग