जब तक बिल नहीं, तब तक पानी नहीं
ल शुल्क बकाएदारी के चलते पत्योरा पेयजल योजना
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : पानी के बिल की बकाएदारी वसूलने के लिए जल निगम जब नोटिस देकर थक गया तो अब जलापूर्ति रोकने की तैयारी की है। करीब एक माह से टंकी से जलापूर्ति ठप होने से पत्योरा समेत आसपास के 13 गांवों में पानी की किल्लत हो गई है। लोग मजबूरन दूसरे गांवों से पानी ढोकर ला रहे हैं। जल निगम जल्द 13 गांवों के बाद अन्य दूसरे गांवों में भी यही कार्रवाई करने जा रहा है।
ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के उद्देश्य से शासन ने पत्योरा, टेढ़ा, कुंडौरा, इंगोहटा, सूरजपुर, बिरखेरा, मवईजार, चंदौलीजार, छानी, देवगांव, सिमनौड़ी, पचखुरा बुजुर्ग, सुरौली बुजुर्ग आदि पंचायतों के लिए पेयजल टंकी बनाई थी। जल निगम की ओर से टंकी से पानी की सप्लाई घरों में दी जा रही थी। पिछले एक दशक से संचालित इन पेयजल योजनाओं को शासन से मिलने वाली आर्थिक मदद रोक दी गई है। इससे इन पेयजल योजनाओं के संचालन में संकट मंडराने लगा है। धनराशि न मुहैया होने से पत्योरा पेयजल योजना पिछले एक माह से ठप है। जल निगम के अनुसार इस योजना से गांव के 250 घरों को पानी मुहैया कराया जाता रहा है। वसूली न होने से यह योजना ठप कर दी गई है। अगले माह से पचखुरा बुजुर्ग, सुरौली बुजुर्ग, चंदौली जार, पेयजल योजना को ठप करने की तैयारी है। जलापूर्ति ठप होने से हैंडपंपों पर लाइनें
जलापूर्ति बंद होने से चंद हैंडपंपों के सहारे 13 गांवों की आबादी निर्भर है। इससे सुबह से ही हैंडपंप पर लोगों की लाइनें लग जाती हैं। वहीं देर शाम तक पानी के लिए हाय तौबा मची रहती है। कई बार पानी को लेकर मारपीट की नौबत आ जाती है। गांव में बकाया 2.15 लाख रुपये जल शुल्क
जल निगम के अवर अभियंता नीरज करपात्री ने बताया कि 860 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से गांव के 250 कनेक्शन धारकों पर 2.15 लाख रुपये बकाया है। वसूली न हो पाने से योजना संचालित कराना मुश्किल हो रहा है। कर्मचारियों का वेतन, बिजली का बिल आदि का खर्च अब उपभोक्ता से मिलने वाली धनराशि से ही दिया जाना है। यदि वह वसूली में सहयोग नहीं देंगे तो उन्हें पानी देना मुश्किल होगा। उन्होंने बताया कि वह सभी उपभोक्ताओं को बकाया का नोटिस भेज दिया है। निरीक्षण कर चालू कराएंगे आपूर्ति
पेयजल योजनाओं के नोडल अधिकारी डीडीओ विकास कुमार ने बताया कि योजना का संचालन ठप करने के कोई निर्देश नहीं है। यदि बकाएदार धनराशि जमा नहीं कर रहा तो उसका कनेक्शन काटा जा सकता है। उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है। कहा कि निरीक्षण कर योजना का जल्द संचालन कराया जाएगा।