नहीं मिला स्ट्रेचर, गोद में पहुंचाया अस्पताल
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिला अस्पताल में मरीजों के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था तो है लेकिन वह
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिला अस्पताल में मरीजों के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था तो है लेकिन वह मौके से उपलब्ध नहीं होते हैं। इस कारण तीमारदारों को अपने कंधों पर लादकर मरीजों को इमरजेंसी तक पहुंचाया जाता है।
जी हा यह हकीकत है, आप यह तस्वीर देख कर खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मुहैया कराए जाते। अस्पताल कर्मचारी तीमारदारों की बात को अनसुना कर चले जाते हैं। मजबूरी में तीमारदारों को अपने मरीज को गोद पर उठाकर इमरजेंसी तक पहुंचाना पड़ता है। शुक्रवार दोपहर कुछ इसी प्रकार का नजारा जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर देखने को मिला। ललपुरा थाना क्षेत्र के स्वासा गांव निवासी राधिका गंभीर बीमार थी। उसके दोनों पुत्र रामखेलावन व महेश उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। वह मुख्य गेट पर काफी देर पर स्ट्रेचर खोजते रहे लेकिन उनको नहीं मिला। उन्होंने एक कर्मचारी से मदद भी मांगी। पर उसने भी कोई ध्यान नहीं दिया। हार कर दोनों ने अपनी बूढ़ी मां को गोद में लेकर इमरजेंसी तक पहुंचे। तब जाकर डाक्टरों ने उसका इलाज करना शुरू किया।
- जिला अस्पताल में पर्याप्त स्ट्रेचर हैं, जो इमरजेंसी के पास रखे रहते हैं। आवश्यकता पर मरीजों को उपलब्ध कराए जाते हैं। कई मरीज स्ट्रेचर का प्रयोग ही नहीं करते हैं, वह लोग मरीजों को वाहनों से उतार कर उसे खुद अस्पताल के अंदर ले जाते हैं।
- राजीव कुमार शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला पुरुष अस्पताल