कोई भी बच्चा शिक्षा जैसी अमूल्य निधि से वंचित न रहे
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : आउट आफ स्कूल बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन विद्यालय
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : आउट आफ स्कूल बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन विद्यालयों के अध्यापकों को दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में दो दिवसीय शिक्षक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ रमासा के जिला समन्वयक वेद प्रकाश शुक्ला व प्रशिक्षण प्रभारी आशुतोष गोस्वामी ने सामूहिक रूप से किया। खंड शिक्षा अधिकारी कुरारा ने कहा कि प्रयास हमारा यह होना चाहिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा जैसी अमूल्य निधि से वंचित न रहे यदि रह भी जाता है तो हम अपने विशेष प्रयासों से उसे शिक्षित करें। यही इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि आउट आफ स्कूल बच्चों को विद्यालय की मूल धारा में जोड़ने के लिए उन बच्चों से समन्वय स्थापित करना चाहिए तथा बातचीत के माध्यम से बच्चों व अभिभावक प्रेम पूर्वक बच्चों को विद्यालय परिवेश की ओर आकर्षित करना चाहिए। प्रथम दिवस मास्टर ट्रेनर अखिलेश शुक्ला ने बताया कि बच्चों की बुद्धि लब्धि का आकलन करते हुए उनके परिवेश संस्कृति व आसपास के वातावरण से संयोजित ज्ञान का समावेश करते हुए प्रश्नावली तैयार करनी चाहिए तथा शाबाशी देकर उसके आत्मबल को बढ़ाकर ही हम उनको विद्यालय के परिवेश में समायोजित कर सकते हैं। अंग्रेजी तथा सामाजिक विज्ञान पर प्रकाश डालते हुए मनीष विश्वकर्मा ने बताया प्रथम ज्ञान हम यदि डाटेड लाइन का इस्तेमाल करते हुए उसके ज्ञान को बढ़ाएं तो वह तार्किक ढंग से सृजनात्मक ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। तृतीय मास्टर ट्रेनर बाबूराम चक्रवर्ती ने सामाजिक विज्ञान के आधार पर समाज तथा सामाजिक परिवेश पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मेरा परिवेश, मेरा आचरण व संस्कार को ध्यान केंद्रित करते हुए प्रशिक्षण देते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कार्यशाला में सात विकास खंडों के 50 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। शिवमंगल त्रिपाठी, सुरेश यादव, मीरा गुप्ता, मंजू देवी, शहनाज बेगम, अविनाश कुमार व जीतेंद्र ¨सह सेंगर आदि प्रमुख रहे।