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पौधों की सुरक्षा के नाम पर हो रही लापरवाही

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : एक दिन में लगाए गए 12 लाख पौधों को लेकर अलग-अलग विभागों का लक्ष्य

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 11:20 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 11:20 PM (IST)
पौधों की सुरक्षा के नाम पर हो रही लापरवाही
पौधों की सुरक्षा के नाम पर हो रही लापरवाही

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : एक दिन में लगाए गए 12 लाख पौधों को लेकर अलग-अलग विभागों का लक्ष्य तय किया गया था। जिसमें सभी विभाग लक्ष्य पूरा करने के साथ पौधों की उचित सुरक्षा व्यवस्था किए जाने का दावा कर रहे है। लेकिन हकीकत में इनकी सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। जिससे अधिकांश पौधे विकसित होने से पूर्व ही मवेशी चट कर रहे है।

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केस - एक

भरुआ सुमेरपुर संवाद सहयोगी के अनुसार विकासखंड में पौधरोपण अभियान के तहत एक लाख 21 हजार सात सौ लगाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन इनकी उचित सुरक्षा व्यवस्था न किए जाने से यह मवेशियों की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में 1600 पौधे के हिसाब से गांवों में 91200 पौधे लगाने का पंचायत व विकास विभाग द्वारा लक्ष्य दिया गया था। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र, उपस्वास्थ्य केंद्र, एएनएम सेंटर में 1100 पौधे लगाए गए है। जबकि वन विभाग की ओर से सहुरापुर व सहजना में 27500 पौधे लगाने का दावा किया जा रहा है। वहीं नगर पंचायत द्वारा गायत्री तपोभूमि, मोक्षधाम, राजकीय बालिका इंटर कालेज, बांकी रोड, बांदा रोड व गायत्री विद्या मंदिर इंटर कालेज को मिलाकर 1900 पौधे लगाए गए है। उक्त विभागों द्वारा पौध रोपण तो कर दिया गया। लेकिन उनकी सुरक्षा के इंतजाम अभी भी अधूरे है। जिससे पौधों को जानवरों ने नष्ट करना शुरू कर दिया है। वहीं संबंधित अधिकारी अपने अपने विभागों द्वारा लगाए गए पौधों को सुरक्षित बता रहे है। नगर पंचायत की अधिशाषी अधिकारी नीतू ¨सह ने बताया कि जहां जहां पौधे लगाए गए है। वहां लोहे के एंगल लगवा दिए गए है। टेंडर में देरी होने से तार नहीं लग पाए है। तार शीघ्र लगवा दिए जाएंगे। वहीं वन विभाग के रेंजर रूप ¨सह ने बताया कि पौधों के बचाव के लिए खाई खोदाई गई है। जहां खाई नहीं खोदी गई है। वहां झांखर लगावाए गए है। दावों से इतर सुरक्षा के इंतजाम न के बराबर है।

केस -दो

राठ संवाद सहयोगी के अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा क्षेत्र में पांच लाख पौधें रोपित करने का दावा कर रहे है। जिसमें वन विभाग ने तीन लाख पौधे लगाने की बात कही है। लेकिन सुरक्षा के उपाय मात्र कागजों पर दर्शाए जा रहे है। जबकि ज्यादातर विभागों द्वारा इन्हें भगवान भरोसे छोड़ा गया है।

वन विभाग के हेड क्लर्क हिरदेश कुमार ने बताया कि 2.95650 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। विभाग ने जंगली इलाके टोला खंगारन, बिहूंनी, औराखेरा, कैंथा, जिगनी, रामगढ़, लिधौरा, मल्हैंटा, झिन्नाबीरा, चंदवारी, कुछेछा सहित 24 गांवों के 595 हेक्टेयर में सारे पेड़ लगवा दिए है। साथ ही इनकी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए है। जबकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है। जिससे प्रदूषण नियंत्रण को लेकर चलाई जा रही शासन की मुहिम पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

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जल्द ही पौधरोपण का सत्यापन कराया जाएगा। जिसमें सुरक्षा के उपायों को परखा जाएगा। यदि कही कोई कमी पाई जाती है तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए शीघ्र प्लान तैयार किया जाना है।

-कुंजबिहारी अग्रवाल, एडीएम


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