विद्यालयों में मिशन कायाकल्प के कार्यों की होगी निगरानी
यों में मिशन कायाकल्प के कार्यो की होगी कड़ी निगर
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मिशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों में कराए जाने वाले कार्यों में पारदर्शिता लाने को शासन ने निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत संबंधित विद्यालय की दीवार पर योजना के तहत प्रस्तावित कार्यों का विवरण व कार्य पूर्ण कराने की संभावित तिथि अंकित कराई जाएगी। ताकि उस कार्य को विद्यालय द्वारा न कराया जा सके।
31 मार्च 2020 तक मिशन कायाकल्प योजना के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के सभी विद्यालयों को अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त किया जाना है। प्रथम चरण में वरीयता वाले कार्य कराए जाने है। जिसमें ब्लैक बोर्ड, छात्र छात्राओं की संख्यानुरूप अलग अलग शौचालय व मूत्रालय की व्यवस्था व उसकी क्रियाशीलता, स्वच्छ पेयजल व मल्टीपल हैंडवॉशिग सिस्टम की सुविधा, जल निकासी का कार्य, विद्यालय दीवारों, छत व दरवाजे, खिड़की, फर्श की वृहद मरम्मत कार्य व यथा संभव टाइल्स लगाना, विद्युतीकरण, किचन शेड का जीर्णोद्धार व सुसज्जीकरण, रंगाई-पुताई शामिल है। यह कार्य कराने की जिम्मेदारी पंचायतों को दी गई है। शासनादेश खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से पंचायत सचिवों को भेज दिए गए है।
बेमकसद साबित हो रहे प्रथम चरण में कराए गए कार्य
कायाकल्प योजना के तहत जिले के ज्यादातर विद्यालयों में मॉडल शौचालयों व स्वच्द पेयजल के लिए टंकी का निर्माण कराया जा चुका है। लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते यह सब बेमकसद साबित हो रहे है। समरसेबिल खराब होने से शौचालयों व पेयजल टंकियों में पानी नहीं पहुंच रहा।