जीवन एक खेल है, आपको तय करना है खिलाड़ी बनें या खिलौना
जागरण संवाददाता हमीरपुर मुख्यालय के राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सोमवार को
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यालय के राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सोमवार को 28वें वार्षिक क्रीड़ा समारोह का शुभारंभ किया गया। जिसके मुख्य अतिथि एडीएम न्यायिक नागेंद्र नाथ व विशिष्ट अतिथि डा. वंदना रहीं। जिनके द्वारा मां सरस्वती के छवि चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान अतिथियों ने ध्वजारोहण के बाद मार्च पास्ट कर रही छात्राओं से सलामी ली। जिसके बाद कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किए।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में खेलों के महत्व के बारे में बताया। खेल हमें प्रतिष्ठा तथा धन के साथ साथ पहचान भी दिलाता है। कहा कि जीवन एक खेल है आपको तय करना है कि खिलाड़ी बनना है या खिलौना। विशिष्ट अतिथि डा. वंदना ने कहा कि खेल से हमारे अंदर अनुशासन, संगठन की शक्ति तथा टीम भावना का विकास होता है। खेल में शारीरिक और मानसिक रूप से सु²ढ़ भी बनाते हैं। कालेज के प्राचार्य डा.राजकुमार ने कहा कि खुशी का दूसरा नाम खेल है। खेल की उत्पत्ति एवं ओलंपिक खेलों के इतिहास पर उन्होंने विस्तार से प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि ने छात्राओं को शपथ दिलाई। लंबी कूद में पूर्णिमा प्रथम, विनीता द्वितीय व करिश्मा तीसरे स्थान पर रहीं। इसके साथ ही गोला फेंक, भाला फेंक, ऊंची कूद समेत अन्य प्रतियोगिताएं संपन्न कराई गईं। कार्यक्रम के अंत में कालेज के प्राचार्य के द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मृदुलता सोनकर, लवकुश कुमार, नरेश कुमार, अशोक बाबू, डा.शालिनी, डा.स्वाति गुप्ता, डा.ज्योति, प्रतिमा चौहान समेत अन्य लोग मौजूद रहे। संचालन डा.राजेश ने व आभार क्रीड़ा प्रभारी धीरेंद्र सिंह ने व्यक्त किया।