हमीरपुर से मानवता को शर्मशार करने वाली तस्वीर! पोस्टमार्टम के बाद ई-रिक्शा से 16 किमी ले गए शव
हमीरपुर में सड़क किनारे मृत अवस्था में मिले युवक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ई-रिक्शा से ले जाया गया। काली पालीथीन में पैक करके शव के पटरे में रस ...और पढ़ें

ई रिक्शा को शव को पटरे से बांधकर ले जात चालक। जागरण
जागरण संवाददाता, हमीरपुर। हमीरपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को जिसने देखा हैरान रह गया। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोसते नजर आए। रुपये कम होने की वजह से पोस्टमार्टम के बाद काली पालीथीन में शव को पटरे से बांध ई-रिक्शा से 16 किमी तक सफर तय किया। इस दौरान किसी भी जिम्मेदार की नजर इस पर नहीं पड़ी।
कम रुपये होने से बेबस था रिश्तेदार
सड़क किनारे मृत अवस्था में मिले युवक के शव का पोस्टमार्टम हआ। इसके बाद शव घर तक ले जाने के लिए रुपये कम होने के कारण बेबस रिश्तेदार ने एक ई-रिक्शा किराए पर तय किया। शव एक काली पालीथीन के अंदर रखा था। उसे ई-रिक्शे में लकड़ी का पटरा रखकर रस्सी से बांधा और अपने घर के लिए निकल पड़ा।
हर कोई दंग रह गया
करीब 16 किमी.का शव को लेकर यह सफर तय किया गया। इस दौरान कई चौराहों से होकर गुजरा। जिसने भी इस तस्वीर को देखा वह दंग रह गया और इस तस्वीर ने एक बार फिर से मानवता को शर्मशार कर डाला।
पुलिस के ऊपर मिला था युवक का शव
शनिवार की सुबह करीब सात बजे थाना कुरारा के झलोखर गांव स्थित खिरवा मोड़ किनारे स्थित पुलिया के ऊपर एक युवक का शव मिला था। मामला संदिग्ध होने पर मौके पर पहुंची फील्ड यूनिट ने मामले की जांच पड़ताल की थी। युवक की शिनाख्त कस्बा कुरारा के वार्ड संख्या 11 निवासी 45 वर्षीय जाकिर पुत्र साबिर के रुप में हुई थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
अन्य वाहन किराया अधिक ले रहे थे, पैसे कम थे
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद रिश्तेदार दिलदार मंसूरी ने बताया कि यह मृतक कुरारा में रहता था और इधर उधर घूमता फिरता रहता था और खाना खा पीकर जहां मन होता था वहीं सो जाता था। पोस्टमार्टम के बाद जब शव ले जाने के लिए पड़ोसी के द्वारा वाहन की व्यवस्था की गई तो अधिक किराया होने के कारण वह परेशान हो गया और मजबूरी में उसने आठ सौ रुपये में ई-रिक्शा किराए पर किया और उसमें लकड़ी का पटरा रखकर पालीथिन के अंदर कैद शव को रखा और चारो तरफ से रस्सी से शव बांधकर कुरारा के लिए निकल पड़ा।
मृतक के रिश्तेदार ने कहा, मजबूरी में ई-रिक्शा से ले जाना पड़ा शव
रिश्तेदार दिलदार मंसूरी ने बताया कि आपे और चार पहिया वाहन चालक करीब ढाई हजार से तीन हजार रुपये की मांग कर रहे थे। इतने रुपये न होने के कारण मजबूरी में वह ई-रिक्शे में शव रखकर ले जाने के लिए मजबूर हो गया। ई-रिक्शे में जा रहे इस शव पर जिसकी भी नजर पड़ी वह दंग रह गया। इस तस्वीर ने एक बार फिर से मानवता को शर्मशार कर दिया।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
थानाध्यक्ष कुरारा रामआसरे सरोज का कहना है कि पुलिस के पास कोई शव वाहन नही है। पोस्टमार्टम के बाद शव ले जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी होती है। वहीं इस संबंध में सीएमओ डा.गीतम सिंह ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नही है।
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