खरीद केंद्र न होने पर किसानों का हंगामा
संवाद सहयोगी, राठ : शासन द्वारा किसानों को फसलों पर दिए जाने वाले समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त नह
संवाद सहयोगी, राठ : शासन द्वारा किसानों को फसलों पर दिए जाने वाले समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है। नौ दिन बीतने के बाद भी केन्द्र न खुलने से उरद की फसल बेचने वाले किसानों को ढाई हजार प्रति कुन्टल का नुकसान झेलना पड़ रहा है। मंगलवार शाम गल्ला मंडी में दर्जनों किसानों ने हंगामा करते हुए एसडीएम से तत्काल केन्द्र की व्यवस्था कराए जाने का प्रार्थना पत्र सौंपा।
शासन ने दलहन फसलों की खरीद के लिए एक अक्टूबर से केन्द्र खुलवाए जाने की घोषणा की थी। लेकिन यहां अभी तक केन्द्र नही खुल सका। जिससे किसानों को शासन द्वारा मिलने वाला फसल का समर्थन मूल्य नही मिल पा रहा है और वह बाजारू रेट 3200 रुपये प्रति क्विंटल बेचकर तकरीबन ढाई हजार रुपये प्रति कुन्टल नुकसान सह रहा है। मंगलवार को ग्रामीण इलाकों से गल्ला मण्डी में उरद की फसल बेचने आए किसानों को सरकारी खरीद केंद्र नही मिल सका तो आक्रोशित होकर मंडी में हंगामा किया। चिल्ली गांव के किसान राम¨सह, औंता के लखन, बालक दास, चेतराम, घासीराम, पप्पू यादव आदि ने बताया कि वह उरद की फसल बेचने आए है लेकिन प्रशासन ने कोई व्यवस्था नही की। जिस कारण मजबूरी में औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है। टूका निवासी हल्काईं ने बताया कि खेतों में पलेबा करना है जिसके लिए रुपए की जरूरत है। हताश होकर कई किसान मायूस होकर वापस चले गए।
भाकियू ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
भारतीय किसान यूनियन ने मंगलवार को एसडीएम सुरेश कुमार को ज्ञापन सौंपा जिसमें समर्थन मूल्य पर दलहन की फसल खरीद के लिये कांटा लगवाए जाने की मांग की। साथ ही भाव अंतर के लिए सिक्स आर दिलाने, सभी सरकारी नलकूप सही कराने, विद्युत व्यवस्था दुरुस्त कर किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांग की। अन्ना प्रथा पर रोकने के लिए आगामी 20 अक्टूबर से तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी। भाकियू के रामपाल, मोहन ¨सह, माता प्रसाद, रामपाल ¨सह, करन ¨सह राजपूत, सुरेद्र ¨सह, पप्पू राजपूत, लखन, प्रमोद कुमार, कमलापत आदि मौजूद रहे।