टिड्डी प्रजाति के ग्रास हॉपर से किसानों के माथे पर बल
जागरण संवाददाता महोबा अभी तक जिले में कहीं भी टिड्डी कीट नजर नहीं आया। टिड्डी दल
जागरण संवाददाता, महोबा : अभी तक जिले में कहीं भी टिड्डी कीट नजर नहीं आया। टिड्डी दल के पाकिस्तान से प्रवेश करने व आगरा, झांसी, जालौन क्षेत्रों में उपस्थिति देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जरूर जारी किया। कुलपहाड़ और चरखारी तहसील के सीमा क्षेत्र में किसान ग्राह हॉपर देख कर उन्हें टिड्डी समझ कर परेशान हुए। कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास किया।
उपकृषि निदेशक जी राम के अनुसार जिसे लोग टिड्डी समझ रहे हैं वास्तव में वह उसी प्रजाति का ग्रास हॉपर कीट है। दोनों कीट देखने में लगभग एक जैसे दिखाई देते हैं। कुलपहाड़ के बागुल और चरखारी के गोरखा के बीच अर्जुन सहायक परियोजना के हो रहे कार्य स्थल पर कुछ कीटों का झुंट अकौड़ा के पौधों पर देखा गया जो ग्रास हॉपर हैं। उस इलाके में केवल पिपरमेंट की खेती है, जिसमें इन कीटों से न के बराबर नुकसान होता है। किसानों को यदि लगता है कि ग्रास हॉपर उनकी पिपरमेंट की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं तो चार लीटर क्लोरोपायरीफास का 600 लीटर पानी में घोल बना कर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करने से इनका प्रभाव समाप्त हो जाता है।
जी राम, उपकृषि निदेशक