Move to Jagran APP

गिरवी रखा सोना मांगने पर स्वर्णकार ने जहरीला पदार्थ खाया, मौत

किन्नर ने स्वर्णकार के यहां रखे गिरवीं सोने को वापस मांगा तो वह एक मुश्त पूरे रुपयों की मांग करने लगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 08:52 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:11 AM (IST)
गिरवी रखा सोना मांगने पर स्वर्णकार  ने जहरीला पदार्थ खाया, मौत
गिरवी रखा सोना मांगने पर स्वर्णकार ने जहरीला पदार्थ खाया, मौत

जागरण संवाददाता, महोबा : किन्नर का गिरवी रखा सोना न लौटाने पर पुलिस से शिकायत से घबराए स्वर्णकार ने जहरीला पदार्थ खा लिया। घटना किन्नर के घर पर ही हुई। पुलिस ने स्वर्णकार को जिला अस्पताल भेजा, जहां उसकी मौत हो गई। स्वर्णकार के भाई ने किन्नर पर जहरीला पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया है।

loksabha election banner

चरखारी के सदर बाजार निवासी स्वर्णकार आत्माराम गिरवी-गांठ का भी काम करते थे। वह किन्नर समाज के बीच कारोबार करते थे। चिदेपुरा निवासी चांदनी किन्नर के अनुसार उसने बीते वर्ष स्वर्णकार से 5.80 लाख रुपये लेकर आधा किलो सोना गिरवी रखा था। जरूरत पर सोना मांगा तो आत्माराम ने पहले रुपये मांगे। बुधवार को उसे चार लाख नकद देकर बाकी 1.80 लाख रुपये सोना मिलने पर देने की बात कही। गुरुवार को चांदनी ने सोना लेने के लिए आत्माराम को फोन किया तो पहले रुपये देने पर सोना देने की बात कहने लगा। बकौल चांदनी उसने सोना मिलने पर रुपये देने को कहा तो स्वर्णकार हीला-हवाली करने लगा। इस पर पुलिस से शिकायत कर दी। आत्माराम उनके घर में घुस गया और एक कमरे में खुद को बंद करके जहरीला पदार्थ खा लिया। पुलिस की मौजूदगी में उसे सीएचसी भेजा गया जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां उसकी मौत हो गई। आत्माराम के भाई मनीष कुमार ने आरोप लगाया कि लेनदेन के विवाद में किन्नर ने भाई को घर बुलाकर जहरीला पदार्थ खिला दिया जिससे उसकी मौत हो गई। चांदनी ने पुलिस को तहरीर दी लेकिन आत्माराम के परिवार ने अब तक शिकायत नहीं की है। मामले में इंस्पेक्टर राकेश सरोज ने कहा कि तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.