सिल्ट सफाई के नाम पर खाली किया तालाब, हैंडपंपों ने पानी छोड़ा
जैतपुर विकास खंड का ग्राम बिहार भीषण गरमी में
संवाद सूत्र, बेलाताल (महोबा) : जैतपुर विकास खंड का ग्राम बिहार के लोग भीषण गर्मी में पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। बारिश के दिनों में तालाब पानी से लबालब था, पर सिल्ट सफाई के नाम पर पंपिंग सेट लगाकर खाली कर दिया गया। वहीं गांव के हैंडपंपों ने भी पानी छोड़ दिया। इससे मजबूरन ग्रामीण डेढ़ से दो किमी दूर जाकर पानी ढोना पड़ रहा है।
जिले में गंभीर जल संकट से जूझने वाले टॉप टेन गांवों में शुमार बिहार गांव में इन दिनों तालाब खोदाई का काम जारी है। लघु सिचाई विभाग के ठेकेदार ने ग्रामीणों की आपत्ति के बावजूद कई पंपिग सेट लगवाकर तालाब का सारा पानी बहा दिया। तालाब में लगे ट्यूबवेल से गांव की पांच हजार की आबादी को जलापूर्ति की जाती है। गांव के गौरीशंकर, शिवपाल सहित तमाम ग्रामीण ने बताया कि गांव में लगे 12 हैंडपंपों पर ही पानी के लिए लोग निर्भर थे। अब 75 फीसद तक भरे तालाब का पूरा पानी भीषण गर्मी के पहले ही केवल सिल्ट सफाई के नाम पर बहा दिया गया। जिससे अधिकांश हैंडपंपो ने पानी देना बंद कर दिया है। बिहार गांव की मालती, नंदिनी, सायना, गौरी आदि महिलाएं कहती हैं कि अब गांव के बाहर स्थित कुएं से पानी ला रहे हैं, जो डेढ़ किलोमीटर दूर है। महिलाएं भयभीत हैं कि यदि आषाढ़ माह के अंत तक पानी न बरसा तो भूजलस्तर और नीचे चला जाएगा। तब तक पानी के लिए वह इतनी दूर तक जाती रहेंगी। भले ही स्कूल कॉलेज बंद हो पानी की समस्या से दो चार हो रहे कई गांववासी जैतपुर कस्बे में किराए का मकान में रहने को मजबूर हो रहे हैं। गांव में प्रधान की सहमति से पानी खाली कराया गया, जिससे तालाब को और गहरा किया जा सके। तालाब की गहराई बढ़ जाने से भूगर्भ जल ऊपर आएगा। इस समय पानी हटाने और भूगर्भ के नीचे जाने का आपसी कोई संबंध नहीं है।
मनोज शाह, सहायक अभियंता, लघु सिचाई