कोरोना का अलर्ट पर बचाव की तैयारियां अधूरी
जिले में कोरोना की दस्तक बचाव की तैयारियां अधूर
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले में कोरोना संदिग्ध दंपति के मिलने पर दहशत कायम हो गई है। इसको लेकर अलर्ट जरूर जारी किया गया है पर जिला अस्पताल में तैयारियां आधी अधूरी हैं।
शासन के निर्देश पर जिले में आठ बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है, यहां यहां अभी दवाओं की भी व्यवस्था नहीं है। साथ ही जिले में जागरुकता अभियान भी नहीं चलाया गया है। जबकि सीएचसी में तो इस संबंध में व्यवस्था ही नहीं है। सीएमओ ने सीएचसी में 15 दिनों का क्वारन टाइम बनाने के निर्देश दिए हैं। जांच के लिए स्वैब लखनऊ भेजा गया
कोरोना की दहशत में लोग खांसी जुकाम से पीड़ित मरीजों के अलावा आम आदमी भी अपनी सुरक्षा को लेकर मास्क लगाकर घूम रहे है। अमेरिका से लौटे एक दंपती को कोरोना वायरस का संदिग्ध रोगी मानते हुए सैंपल लेकर जांच को भेजे गए है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सचान ने बताया कि पांच मार्च को दंपती अपने घर वापस लौटा था। जिन्होंने स्वयं कोरोना वायरस की संभावना जताते हुए भारत सरकार के नंबर पर फोन किया था। जिसकी सूचना शासन से उनके कार्यालय को दी गई। जिस पर टीम ने दंपती का नेजोफेरेंजियल स्वैब लेकर जांच को लखनऊ के केजीएमयू भेजा है। अभी संदिग्ध रोगियों को घर में ही आइसोलेशन में रखा गया है। कहा कि पुरुष की तुलना में महिला में वायरस मिलने की ज्यादा संभावना है। दहशत कम करने को चलेगा जागरूकता अभियान
सीएमओ ने बताया कि 16 से 31 मार्च तक संचारी रोग नियंत्रण को दस्तक अभियान चलाया जाना है। जिसमें आशा बहुओं द्वारा अब संचारी रोगों के साथ कोरोना वायरस को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा। लोगों को हाथ धोने की प्रैक्टिस भी कराई जाएगी। पंपलेट बांटे जाएंगे। क्वारन टाइम की व्यवस्था करने के साथ आइसोलेशन वार्ड में बेड भी बढ़ाए जाएंगे। थंब मशीन में लगी रोक
विभागों में उपस्थिति के लिए लगाई गई थंब मशीनों में थंब लगाने पर 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग में थंब मशीन के सामने सूचना अंकित कराई गई है। मौजूदा में कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज की जा रही है। 22 मार्च तक बंद किए गए विद्यालय
शासन के निर्देश पर बीएसए सतीश कुमार ने जिले के विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश दिए है। बीएसए ने बताया कि यदि विद्यालय संचालित किए जाने पर किसी बच्चे को कुछ हो जाता है। तो ऐसी दशा में संबंधित विद्यालय के प्रबंधक व प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी बीईओ को निर्देश दिया गया है। पत्र सोशल मीडिया में वायरल, दर्ज हो सकती है एफआइआर
कोरोना वायरस के संदिग्ध रोगियों के सैंपल लखनऊ भेजने का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। जिस पर संदिग्ध रोगियों ने नाराजगी जताते हुए सीएमओ को आपत्ति जताई है। सीएमओ आरके सचान ने जांच कराने की बात कही है। पत्र सोशल मीडिया में वायरल करने वाले के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज हो सकती है।