111 एमएम बारिश से संपर्क मार्ग डूबे, गिरे कच्चे घर
जासं हमीरपुर दो दिनों की बारिश से नदियों व नाले उफना गए। इससे अलग-अलग क्षेत्रों में संपर्क म
जासं, हमीरपुर : दो दिनों की बारिश से नदियों व नाले उफना गए। इससे अलग-अलग क्षेत्रों में संपर्क मार्ग टूट गया। बिजली आपूर्ति बाधित हो जाने से लोगों को पेयजल की समस्या हो गई। बोआई कर चुके किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ा। बारिश के चलते खेतों में पानी भर जाने से बीज नष्ट हो गया। वहीं खेतों में कटने को तैयार खड़ी खरीफ अभियान की फसलें भी प्रभावित हुई है।
सोमवार से मंगलवार तक रिकार्ड की गई 111 मिमी बारिश होने से जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। सर्वाधिक परेशानी मौदहा क्षेत्र के हिमौली गांव में हुई। यहां बंयारे में खड़ा ट्रैक्टर चन्द्रावल की सहायक सीहो नदी में बाढ़ आने से डूब गया। खेतों में पलेवा के लिए रखे गए चार डीजल इंजन भी डूब गए। मकानों के अंदर पानी घुस गया। एसडीएम राजेश कुमार चौरसिया ने बताया कि क्षेत्र में नदियों के बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए सभी राजस्व कर्मियों को सतर्क कर दिया गया है। नायब तहसीलदार व राजस्व निरीक्षक भी निगरानी में लगे हुए हैं। छह से अधिक नालों और नदियों के ऊपर बने रपटा मार्गों में पानी जलभराव होने से उन्हें आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं क्षेत्र में निरीक्षण के लिए निकले नायब तहसीलदार दिवाकर मिश्रा ने बताया कि मौदहा से पढ़ोरी मार्ग में चंद्रावल नदी व भवानी के निकट चंद्रावल नदी के रपटे के ऊपर से नदी का पानी बहने से इन्हें आवागमन के लिए बंद किया गया है। वही पारा, लदार, लरौंद, हिमौली,गुरदहा, भवानी, पड़ोहरी मार्गों में सीहो व श्याम नदी के रपटों में पानी आने से यह मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। जिन्हें आवागमन के लिए बंद किया गया है। इसके अलावा अरतरा एवं पढ़ोरी रेलवे क्रासिग के अंडरपास में पानी भरने से यातायात बाधित रहा है। करहिया मार्ग में बने रेलवे अंडरपास में पानी भरने से लोगों को खासी मशक्कत हुई। छिमौली गांव में चंद्रावल नदी में निर्माणाधीन पुल की तीनों कोठियां एवं क्रेन मशीन, मिक्सर मशीन, जनरेटर आदि सामान पानी में डूब गया।
बस का बदला गया रूट, मूंगफली की फसल नष्ट
सोमवार से मंगलवार तक हुई तेज बारिश से गहरौली गांव स्थित आधा दर्जन तालाब व चेकडैम लबालब पानी से भर गए। गहरौली से खरेला मार्ग में पड़ने वाले दोनों नाले में सड़क के ऊपर दो मीटर पानी बह रहा। गहरौली से मुस्करा तिराहे पर प्राइमरी स्कूल से मुख्य सड़क तक एक मीटर पानी ऊपर बहने लगा। जिससे दिल्ली से वापस गहरौली होकर महोबा जाने वाली बस सेवा को रास्ता बदलकर मुस्करा होकर महोबा जाना पड़ा। गांव के एक मुहल्ले में दरवाजे के बाहर खड़ी बोलेरो भी पानी में डूब गई। गांव गहरौली, इमिलिया, खड़ेही लोधन, मिहुना, मसगांव, महेरा, चिल्ली उमरी गांव सहित आसपास के गांवों में बारिश के कारण सबसे अधिक नुकसान मूंगफली की फसल को हुआ है।
बारिश से आठ मकान गिरे, लाखों की गृहस्थी नष्ट
सरीला में धौहल बुजुर्ग गांव निवासी रामसखी का कच्चा मकान गिरने से गृहस्थी बर्बाद हो गई। वहीं सुरेश का मकान गिरने से सो रहे स्वजन बाल-बाल बच गए। रामदयाल का मकान गिरने से बकरियां दब गईं। गांव के ही लल्लू सोनी का आधा कच्चा घर जमीदोंज हो गया। बंगरा गांव में भी आधा दर्जन मकान गिरने की सूचना है। एसडीएम सरीला अजीत परेश ने बताया कि बारिश से कही कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सभी लेखपाल कानूनगो को स्थलीय निरक्षण के लिए क्षेत्र में लगाया गया है। इसी तरह मौदहा में तेज बारिश के चलते 38 वर्षीय इशरत बानो, 60 वर्षीय फातिमा व 26 वर्षीय शहाना बानो के ऊपर दीवार गिर गई। तीनों लग इसमें दब गए। इस दौरान चीख सुनकर अन्य लोग भी आ गए और तीनों को बाहर निकाल कर सीएचसी ले गए। वहीं सुमेरपुर क्षेत्र के ग्राम टेढा, पचखुरा महान पारा रैपुरा, बिरखेरा, सुरौली बुजुर्ग, अतरैया, मौहर आदि गांवों में धान की फसल को करारा झटका लगा है। सोमवार को बारिश शुरू होते ही गुल हुई बिजली के दर्शन मंगलवार को दोपहर बाद हो सके। पत्योरा गांव में भी तार टूटने के चलते ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा।