विधि विज्ञान प्रयोगशाला निर्माण में बजट की बाधा
देश की चौथी तथा प्रदेश की सबसे बड़ी फोरेंसिक लैब
जागरण संवाददाता, कन्नौज: तालग्राम में बन रही प्रदेश की सबसे बड़ी फोरेंसिक लैब के निर्माण में बजट बाधा बन गया है। सौ करोड़ की लागत से बन रही इस लैब में पुलिस तथा न्यायालय से संबंधित सभी प्रकार की जांच हो सकेंगी।
सपा शासनकाल में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट के तहत नौ मंजिला भवन के लिए 65 करोड़ तथा उपकरणों के लिए 35 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। मार्च 2017 में इसका काम पूरा होना था। हालांकि अभी तक सिर्फ 20 करोड़ रुपये ही मिल पाए हैं। इससे छह मंजिला इमारत बन चुकी है। सातवीं का काम चल रहा है। पहले प्रयोगशाला के निर्माण की जिम्मेदारी नोएडा की एक कंपनी के पास थी। बजट की समस्या आने के बाद कंपनी ने काम छोड़ दिया। अब नोएडा की ही दूसरी कंपनी इसे बनवा रही है।
ये हो सकेंगी जांच
विधि विज्ञान प्रयोगशाला में डीएनए, नार्को टेस्ट, हैंडराइटिग, फिगर प्रिट, बिसरा जांच, जहर तथा वॉइस मिक्सिग और एडीटिग संबंधी कई आधुनिक जांच हो सकेंगी। अभी तक इन जांचों के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ और हैदराबाद तक जाना पड़ता है। तालग्राम में फोरेंसिक लैब का निर्माण पूरा होने के बाद इससे मध्य उत्तर प्रदेश के सभी जिले जोड़े जाएंगे।
अखिलेश ने उठाए थे सवाल
बस हादसे में घायलों से मुलाकात करने आए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फोरेंसिक लैब को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार इस लैब को चालू कर देती तो डीएनए टेस्ट के लिए लखनऊ तक नहीं जाना पड़ता। रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाती।
इस साल दिसंबर माह में सिर्फ दो करोड़ रुपये मिले थे। इस राशि से मार्च तक नौ मंजिल बिल्डिग का काम पूरा करा लिया जाएगा। फिनिशिग के लिए बजट की मांग शासन से की गई है।
-इंजी. कलकाब अहमद, प्रोजेक्ट मैनेजर पुलिस की टेक्नीकल सर्विस फोरेंसिक लैब का निर्माण देख रही है। इस समय काम चल रहा है। बजट के अभाव में निर्माण की गति धीमी है। उच्चाधिकारियों से बातचीत की जा रही है।
-अमरेंद्र प्रसाद सिंह पुलिस अधीक्षक