बैंक के बढ़ते दबाव से कर्जदार किसान ने दम तोड़ा
संवाद सहयोगी भरुआ सुमेरपुर क्षेत्रीय ग्राम पलरा में बैंक के तकादे से परेशान होकर किसान
संवाद सहयोगी, भरुआ सुमेरपुर : क्षेत्रीय ग्राम पलरा में बैंक के तकादे से परेशान होकर किसान जगन्नाथ यादव की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बीमार किसान ने शनिवार को दम तोड़ दिया। उस पर इलाहाबाद बैंक सुमेरपुर का दो लाख रुपये का कर्ज था। 15 दिन पूर्व बैंक टीम गांव जाकर किसान पर कर्ज अदा करने का दबाव बनाया था।
90 वर्षीय समाजसेवी जगन्नाथ यादव ने सात वर्ष पूर्व बैंक से कर्ज लिया था। लेकिन अभी तक उसकी अदायगी उत्पादन ठीक न होने से नहीं कर सका। किसान के पुत्र बृजकिशोर यादव ने बताया कि कर्ज अदा करने की चिता उन्हें सदैव रहती थी। पहले सोचा था कि उनका कर्ज माफ हो जाएगा, किन्तु 35 बीघे जमीन होने के कारण ऋण माफी के दायरे से बाहर होने से कर्ज माफ नहीं हुआ तो चिता और बढ़ गई थी। गत वर्ष केंद्र में गेहूं बेचने पर 72 हजार रुपये पिता के खाते में आया था। जिसे निकालने पर बैंक ने रोक लगा दी थी तो चिता और बढ़ गई थी। इधर रही कसर तब पूरी हो गई जब 15 दिन पूर्व बैंक की टीम उनके घर पहुंचकर ऋण अदा करने पर जोर डाला था। बैंक टीम के जाते ही उनके पिता बीमार रहने लगे थे और कर्ज अदा करने की चर्चा तीनों पुत्र मातादीन, नंदकिशोर व बृजकिशोर से करते रहते थे। 23 मार्च को उन्होंने दम तोड़ दिया। बैंक कर्मियों ने इन सब बातों को मानने से इंकार किया है।