आयुष्मान कार्ड से मिला बेटे को बेहतर इलाज
जागरण संवाददाता हमीरपुर नोएडा के प्राइवेट अस्पताल में काम करने वाला 24 वर्षीय युवक पंकज
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : नोएडा के प्राइवेट अस्पताल में काम करने वाला 24 वर्षीय युवक पंकज कुमार खून की उल्टी होने के बाद अपने घर वापस आया और वह जिला चिकित्सालय पहुंचा। जहां डॉक्टरों ने उसे गंभीर एनीमिया का रोगी बताते हुए भर्ती कर उपचार शुरू किया।
मौदहा तहसील के कम्हरिया गांव निवासी कमलेश कुमार का पुत्र पंकज नोएडा के प्राइवेट अस्पताल में जॉब करता है। पंकज ने बताया कि खानपान ठीक न होने की वजह से अक्सर पेट में दिक्कत रहती थी। इधर कुछ हालत ज्यादा बिगड़ी तो घर चला आया। 12 फरवरी को जब अस्पताल में भर्ती हुआ उस वक्त उसके शरीर में सिर्फ पांच ग्राम हीमोग्लोबिन था। पंकज का उपचार करने वाले सदर अस्पताल के फिजीशियन डा.पीके गुप्ता ने बताया कि वो गंभीर एनीमिया की चपेट में था। उसका लीवर भी खराब था। पीलिया काफी बढ़ा हुआ था। मलेरिया की भी पुष्टि हुई थी। जिला अस्पताल में आयुष्मान योजना का हेल्प डेस्क ऑपरेटर जीतेंद्र ¨सह सचान से मिला। जिसे उन्होंने अपना दु:खड़ा सुनाया। जीतेंद्र ने उनका आयुष्मान योजना के पात्र लाभार्थियों की सूची में नाम तलाशना शुरू कर दिया और नाम भी मिल गया। जिसके बाद उसका गोल्डन कार्ड भी यही से बन गया। अस्पताल के इलाज में पुत्र की हालत ठीक हुई है। लेकिन गोल्डन कार्ड बनने के बाद आगे के और बेहतर इलाज के लिए पिता कमलेश पंकज को कानपुर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।
जिले में बनने हैं लगभग 84 हजार कार्ड
सीएमओ डॉ. संतराज ने बताया कि वर्ष 2011 में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों का सर्वे हुआ था। इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार आयुष्मान योजना के तहत लगभग 83,000 लाभार्थियों के कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में करीब 8000 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड जारी किया जा चुका है। शहरी क्षेत्र में लाभार्थियों की संख्या लगभग 16000 और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 66000 है। 21 जनवरी से 31 जनवरी तक जनपद के 240 केंद्रों से लगभग 1196 गोल्डन कार्ड जारी किए गए।