बैरक फुल, क्षमता 400 और बंद हैं 750
कि जेल अधीक्षक का पद 16 जून 201
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : कैदियों की बढ़ती तादात के चलते जिला कारागार पूरी तरह फुल हो चुकी है। स्थिति यह है कि जेल की क्षमता 400 कैदियों की है, जबकि बंद है 750। इनमें 18 महिला कैदी भी हैं।
रानी लक्ष्मीबाई तिराहे के पास बनी जिला कारागार अंग्रेजों के जमाने में वर्ष 1815 में बनी थी। तब से नवीनीकरण न होने से जेल बदहाल हालत में है। जेल में 15 बैरक हैं, जिसमें एक महिलाओं की बैरक है। जेलर पीके त्रिपाठी ने बताया कि जेल में 400 बंदियों को रखने की ही क्षमता है लेकिन मौजूदा वक्त में यहां की बैरकों में 750 बंदी निरुद्ध हैं। इनमें सवा दो सौ कैदी सजायाफ्ता हैं। एक साल से अधीक्षक की तैनाती नहीं
जेलर पीके त्रिपाठी ने बताया कि यहां 67 फीसद पद रिक्त हैं। जेल अधीक्षक का पद 16 जून 2018 से रिक्त हैं। जेल में दस महिला सिपाही के पद सृजित हैं, जिसमें केवल एक ही तैनात है।
डिप्टी जेलर के चार पद है, जिनमें दो खाली हैं। 42 पुरुष सिपाहियों में केवल 17 ही तैनात हैं। जिसमें भी एक मुख्यालय से अटैच है। पिछले साल जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह के सस्पेंड होने के बाद से अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव जेल का अतिरिक्त प्रभार देख रहे हैं। जेल अधीक्षक के रिक्त पद के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही इस पद की पूर्ति के लिए शासन से किसी अधिकारी को भेजने की उम्मीद है।
- विनय प्रकाश, अपर जिलाधिकारी