बैंकों के विलय पर एआइएबीओए ने निकाला शहर में कैंडल मार्च
बैंकों के विलय होने पर एआईएबीओए ने
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : आल इंडिया इलाहाबाद बैंक आफीसर्स एसोसिएशन के बैनर तले हमीरपुर मंडल के अधिकारियों द्वारा बैंकों के विलय होने पर कैंडल मार्च निकालकर इसका विरोध प्रदर्शन किया गया। इस कैंडल मार्च में शामिल बैंक कर्मियों ने जमकर नारेबाजी करते हुए इसे गलत बताया और कहा कि बैंक कर्मियों के साथ सरकार द्वारा यह गलत कदम उठाया गया है।
कैंडल मार्च में चल रहे मंडल सचिव कामरेड सुनील कुमार यादव ने बताया कि बैंकों के विलय से रोजगार के अवसर कम तो होगें हीं साथ ही साथ कई शाखाओं व एटीएम का बंद होना भी निश्चित है। जब शाखाएं बंद होंगी तो बैंक कर्मियों की छटनी भी निश्चित होगी। इतना ही नहीं बैंक का विलय एक बहाना है। सरकार की मंशा है बैंकों का निजीकरण है। इससे समाज के हासिए पर रहने वाले लोग बैंकिग सुविधा से धीरे धीरे दूर होते चले जाएंगे। सरकार ने पहले भी स्टेट बैंक के समूह बैकों का विलय किया था। लेकिन अभी भी वह सहयोगी बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों की भांति सुविधा व भत्ते नहीं मिल रहे है। उसी प्रकार बैंक आफ बड़ौदा जो विजया बैंक व देना बैंक का विलय हुआ है। वहां भी सभी कर्मचारियों की सेवा शर्तें समान नहीं है। इनकी कई शाखाएं बंद हो चुकी हैं। कई कर्मियों की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दे दी गई है। यही हाल अन्य बैंक कर्मियों के साथ होना निश्चित हैं। वित्त मंत्री द्वारा बार बार यह कहना कि विलय से किसी बैंक कर्मी की छटनी नही होगी केवल और केवल थोथी दलील है। विलय के बाद सरकार वही करेगी जो उसने आईडीबीआई बैंक के साथ किया है। इस मौके पर कामरेड अनूप श्रीवास्तव, गौरव, सत्यम, पंकज दीक्षित, विनोद, अंकेश, विनय, संदीप, अतुल्य, कौशलेस, संदीप कुमार, जितेंद्र, विनोद, वीर बहादुर, चंद्रशेखर, अमिताभ समेत तमाम बैंक कर्मी मौजूद रहे।