रजबहा कटने से 30 बीघा फसल जलमग्न
ड़ी फसलों को नुकसान हो रहा था कि रजबहा में भी
संवाद सहयोगी, तिर्वा: जब खेतों में फसलें सूख रही थीं, तब रजबहा में पानी नहीं था। जब पानी की जरूरतें पूरी हो गई, तब रजबहा में पानी उफान मारने लगा। रजबहा में कटान होने पर 30 बीघा से ज्यादा फसलें जलमग्न हो गई और नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई।
तहसील क्षेत्र के तिर्वा-कडेरा रजबहा में कई वर्ष पानी नहीं आया था। इससे किसानों की उम्मीद टूट चुकी थीं। किसान बेखबर होकर खेतों में लगे और फसलें तैयार की। दो दिन से लगातार हो रही बारिश से खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हो रहा था। ऐसे में रजबहा में भी पानी छोड़ दिया गया। रजबहा की पटरी को ठीक नहीं किया गया था। इससे कडेरा गांव के पास रजबहा का कटान हो गया। आसपास की 30 बीघा से ज्यादा फसलें जलमग्न हो गई। गेहूं, सरसों व आलू की फसलों में एक-एक फुट तक पानी भर गया। इसलिए फसलें नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई। किसान आलोक शुक्ला, अनिल ठाकुर, जयवीर सिंह, रामगोविद, सुशील कुमार, विनोद कुमार व जंग बहादुर ने रजबहा में कटान को लेकर नाराजगी जताई। फसलों का मुआवजे की गुहार लगाई। किसानों ने प्रदर्शन किया। एसडीएम जयकरन ने बताया कि लेखपाल से मामले की जांच कराई जाएगी। संबंधित विभाग को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया जाएगा। किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।