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26 के बाद सड़क पर नहीं दिखने चाहिए अन्ना मवेशी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले के अस्थाई पशु आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन हेतु जनपद स्तरीय

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 11:22 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 11:22 PM (IST)
26 के बाद सड़क पर नहीं दिखने चाहिए अन्ना मवेशी
26 के बाद सड़क पर नहीं दिखने चाहिए अन्ना मवेशी

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जिले के अस्थाई पशु आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन हेतु जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई।

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उन्होंने कहा कि जिले में 26 जनवरी के बाद कोई भी अन्ना पशु नहीं दिखना चाहिए। इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा युद्धस्तर पर कार्य कर सभी अन्ना पशुओं को पशु आश्रय स्थलों में रखना सुनिश्चित कराएं। कहा कि पशु आश्रय स्थलों में अन्ना पशुओं की देखरेख को बनी प्रबंधन समिति को तत्काल संचालित किया जाए। समिति द्वारा पानी, चारा, भूसा इत्यादि का प्रबंध किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम में पशु बाड़ा बनाकर प्रधानों द्वारा उसको क्रियाशील किया जाए। ज्ञात हो कि वर्तमान में 173 ग्राम पंचायतों में पशु आश्रय स्थल क्रियाशील है। जिसमें से 24084 अन्ना मवेशी संरक्षित किए गए है। डीएम ने कहा कि अन्ना जानवरों के द्वारा किसानों की फसलें बर्बाद न हो, इसके लिए जो व्यक्ति सक्षम है उनकों अन्ना पशुओं को गोद लेने को प्रोत्साहित किया जाए तथा जो व्यक्ति सक्षम होने के बावजूद अपने पशुओं को अन्ना छोड़ दे रहे हैं उन पर कार्रवाई की जाए। डीएम ने कहा कि हमीरपुर, कुरारा, सुमेरपुर, मौदहा, राठ, सरीला तथा गोहांड के नगरीय क्षेत्रों से 20 जनवरी तक अन्ना पशुओं के प्रबंधन की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। इन नगरीय क्षेत्रों में 26 जनवरी के बाद अन्ना पशुओं के दिखने पर संबंधित एसडीएम व अधिशासी अधिकारी उत्तरदायी होंगे। उन्होंने कहा कि पशु आश्रय स्थलों में अन्ना पशुओं के बधियाकरण व टीकाकरण का कार्य भी किया जाए। डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के पशु आश्रय स्थलों में किसी प्रकार की घटना न घटित होने पाए, इसके लिए ग्राम चौकीदारों की ड्यूटी लगाई जाए तथा जिन ग्रामों में ग्राम चौकीदार नियुक्त नहीं है वहां संबंधित एसडीएम द्वारा ग्राम चौकीदारों को नियुक्त करने की कार्रवाई की जाए। डीएम ने कहा कि जल्ला व गुढ़ा पशु आश्रय स्थलों सहित पेयजल समस्या से ग्रसित छह पशु आश्रय स्थलों में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत द्वारा ट्यूबवेल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सीडीओ आरके ¨सह ने कहा प्रत्येक ब्लॉक में न्यूनतम 20 स्कूल चयनित करके ऑपरेशन कायाकल्प के द्वारा प्राथमिक स्कूलों में रंगाई-पुताई, बाउंड्री निर्माण, फर्श, पानी, शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। एडीएम विनय प्रकाश श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक,पीडी चित्रसेन ¨सह, डीएफओ संजीव कुमार, बीएसए सतीश कुमार सहित अन्य संबंधित विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।


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