शारीरिक दूरी की सख्ती के बीच श्रमिक स्पेशल से उतरे 236 प्रवासी
दिल्ली व गाजियाबाद में फंसे प्रवासियों के श्रमिक
जागरण संवाददाता, महोबा : दिल्ली व गाजियाबाद में फंसे प्रवासियों के श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आने की सूचना के बाद ट्रेन अपने नियत समय गुरुवार रात 11:50 बजे की जगह 6.25 घंटे विलंब से शुक्रवार भोर 6:15 बजे महोबा जंक्शन पहुंची। पहले से तैयार जिला प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी के साथ शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए सभी को बसों से आश्रय स्थल पहुंचाया।
ट्रेन के प्लेटफार्म पर लगते ही पहले से सतर्क रेलवे स्टेशन, आरपीएफ, जीआरपी स्टाफ सहित स्थानीय पुलिस ने सभी को कतारबद्ध कर प्रवासियों को बारी बारी से उतारा और रोडवेज की खड़ी बसों से डीएवी, मां चंद्रिका महिला महाविद्यालय, रामश्री महाविद्यालय आदि आश्रय स्थलों पर भेजा गया। ट्रेन से आए यात्रियों की मानें तो दिल्ली और गाजियाबाद में जो जहां से सवार हुआ प्रशासन ने उन्हें वहीं से भोजन कराकर ट्रेन में बैठाया और साथ में पीने के पानी का भी इंतजाम किया गया। ट्रेन से मध्यप्रदेश के छतरपुर के अलावा हमीरपुर, कानपुर नगर, जालौन व स्थानीय जनपद के श्रमिकों को लाया गया। भोर पहर से ही सुनसान रहने वाली स्टेशन रोड रोडवेज बसों और अधिकारियों की गाड़ियों की आवाजाही से गुलजार रही। इस दौरान स्प्रै टैंकर से स्टेशन परिसर को सैनिटाइज किया गया। डीएम ने एसपी व सीडीओ के साथ व्यवस्था का जायजा लिया। जनपद आए प्रवासी
छतरपुर 92
हमीरपुर 61
कानपुर नगर 03
जालौन 09
महोबा 71
कुल 236 नहीं लगा भाड़ा, मिला भरपेट भोजन
महोबा : गाजियाबाद में डेंटिस्ट क्लीनिक पर काम करने वाले शिवम अपनी मां आरती, स्वजन राजेश सेन, स्वदेश सेन, संदीप, राकेश के साथ उतरे। शिवम के अलावा अन्य लोग वहां माल में काम करते थे। ट्रेन में बैठने से पहले भोजन व पानी दिया गया। दिल्ली में रह कर मजदूरी करने वाले आकाश पत्नी भगवती के अलावा निर्दोश, संजू व मंजू के साथ आए। हमीरपुर के मौदहा निवासी राजूपाल ने कुछ दिन पहले पत्नी अनीता, पुत्री जयंती और मुस्कान को साथ लेकर गया था। पड़ोसी जनपदवासियों को स्क्रीनिग के बाद भेजा
महोबा : ट्रेन से आए सभी जनपदवासी प्रवासियों को जिला अस्पताल भेज कर जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें आश्रय स्थल पर रख कर वॉच किया जा रहा है। अन्य छतरपुर, हमीरपुर, कानपुर व जालौन के प्रवासियों की स्क्रीनिग के बाद भोजन कराकर बसों से गंतव्य तक रवाना किया गया।