रिक्शे से तय किया परिवार समेत 17 किमी का सफर
रिक्शे से तय किया परिवार समेत 17 किमी का सफररिक्शे से तय किया परिवार समेत 17 किमी का सफररिक्शे से तय किया
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : ट्रेन व बसों का आवागमन बंद होने से यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारी मशक्कत के बाद यात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सके। दिल्ली से लौटे एक व्यक्ति को परिवार समेत 17 किमी दूर अपने गांव पहुंचने के लिए रिक्शे से सफर करना पड़ा।
जिले में सुमेरपुर, मौदहा, इंगोहटा रेलवे स्टेशन है। जबकि मुख्यालय में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। ऐसे में मुख्यालय से आवागमन के लिए बसें ही मुख्य साधन है। स्थानीय रोडवेज डिपो में रविवार को बंदी के चलते सन्नाटा पसरा रहा। यहां से प्रतिदिन 63 बसों का आवागमन होता है। जिससे डिपो को करीब साढ़े छह लाख से सात लाख रुपये प्रतिदिन की कमाई होती है। यहां से प्रतिदिन करीब आठ हजार यात्री यात्रा करते हैं। रविवार को रोडवेज बसों की बंदी के दौरान दिल्ली से परिवार समेत लौटे ललपुरा थानाक्षेत्र के सिकरी गांव निवासी शिवाधर को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। साधन न मिलने से उसे रिक्शे से गांव तक अपनी पत्नी व बच्चे के साथ यात्रा करनी पड़ी। शिवधर ने बताया कि दिल्ली में काम बंद होने के कारण उसे गांव वापस लौटना पड़ा। जाम के चलते बस हमीरपुर देर से पहुंची। जिसके बाद उसे गांव तक जाने का कोई साधन नहीं मिला। खासी मिन्नत के बाद एक रिक्शा वाला उसे ले जाने को तैयार हुआ।