गल्ला मंडी पहुंचे 1000 ट्रैक्टर, राठ-महोबा मार्ग जाम
गल्ला मंडी में माल बेंचने आए किसानों के ट्रैक्टरों से
संवाद सहयोगी, राठ : किसानों को मटर के दाम अच्छे मिलने को लेकर गुरुवार को सैंकड़ों किसान ट्रैक्टरों में मटर की फसल भरकर मंडी पहुंचने लगे। देखते ही देखते मटर की फसल से भरे किसानों के ट्रैक्टरों से गल्ला मंडी फुल हो गई। इससे राठ महोबा मार्ग भी जाम हो गया। जिससे करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जाम खुलवाया।
दो दिनों से तेज धूप निकल रही है। किसानों ने खेत में कटी मटर की फसल की थ्रेसिग कर ली। गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे मटर की फसल बेंचने के लिए किसान अपनी मटर की फसल ट्रैक्टरों में भरकर मंडी पहुंच गए। अचानक हजारों की तादाद में पहुंचे किसानों के ट्रैक्टरों से गल्ला मंडी फुल हो गई। यहां तक राठ महोबा मार्ग पर बीएनवी इंटर कालेज तक किसानों के ट्रैक्टरों की लंबी लाइन लग गई। जिससे मंडी गेट के बाहर महोबा झांसी मार्ग पर चार घंटे तक जाम लगा रहा। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने जाम खुलवाया। बतादें कि इस समय गल्ला मंडी में मटर के भाव ऊंचे हैं। गुरुवार को मंडी में 4 हजार रुपये से लेकर 4100 रुपये प्रति क्विटल के हिसाब से मटर बिका। किसानों को मटर के अच्छे दाम मिलने पर किसान फसल को बेंचने के लिए टूट पडे। मंडी में गुरुवार को करीब 1000 ट्रैक्टरों के पहुंचने का अनुमान लगाया गया। मंडी सचिव वीरेंद्र कुमार ने बताया कि करीब 15 लाख का राजस्व आया है। गल्ला कमीशन एजेंट संघ के अध्यक्ष भागवत जराखर ने बताया इस सीजन में पहली बार करीब 20 हजार क्विटल मटर के फसल की आमदनी आई है। बताया कि मंडी प्रशासन की लापरवाही से किसानों को परेशानी हो रही है। गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने बताया कि गल्ला मंडी में करीब 25 लाइसेंसधारी दुकानदार हैं। जिनमें करीब 15 दुकानदार खरीद करते हैं। गुरुवार को मंडी में आई करीब 20 हजार क्विटल की आमदनी को लेकर सबसे ज्यादा मटर की खरीद रचना दाल उद्योग और अजय दाल उद्योग ने की। इसके बाद एकता ट्रेडर्स रहे। इसके अलावा अन्य गल्ला व्यापारियों ने अपनी सुविधा के अनुसार माल खरीदा।