जल संचयन के साथ 10 हजार मजदूरों को मनरेगा से काम
लौट आए हैं। करीब एक माह से अधिक समय बीतने
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : जल पुरुष राजेंद्र सिंह के सुझाव पर अमल कर प्रशासन ने जल संचयन का काम शुरू कराया है। जिले में 146 नालों का चिह्नांकन कर काम शुरू कराया है जिसमें डोह निर्माण के जरिए करीब 10 हजार लोगों को दो माह से अधिक समय तक रोजगार दिया जा सकेगा।
बाहर काम करने वाले जिले के करीब 20 हजार मजदूर लॉकडाउन के दौरान घर लौट आए हैं। करीब एक माह से अधिक समय बीतने और काम बंद होने से उनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या है। शासन उन्हें एक हजार रुपये प्रति माह दे रहा है। अब गांव स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के भी निर्देश दिए गए हैं इसीलिए मनरेगा के बंद पड़े काम फिर शुरू कराए गए हैं। सुमेरपुर क्षेत्र के कुंडौरा गांव स्थित महिला नाला में डोह निर्माण चल रहा है। प्रभारी डीसी मनरेगा चित्रसेन सिंह ने बताया कि बरसात से पूर्व इसे पूरा करा लिया जाएगा। अन्य चिह्नित नालों में भी जल्द कार्य शुरू कराने को कहा गया है ताकि जल संचयन के प्रयास के साथ लॉकडाउन में ग्रामीण मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके।
क्या होती है डोह
नालों में गड्ढे खोदवाए जा रहे हैं ताकि बरसात का पानी नालों से होकर सीधे न निकल पाए और गड्ढों में एकत्र रहने के साथ भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने की मंशा पूरी हो और भरे जल का इस्तेमाल भी हो सके।