इजराइयल से लखनऊ पहुंचे जेब्रा, क्वारंटाइन के बाद आएंगे गोरखपुर
गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए दिसंबर माह बेहद खास होने वाला है। 25 नवंबर को इजराइयल से छह जेब्रा लखनऊ चिड़ियाघर में मंगाए गए हैं। उन्हें लखनऊ चिड़ियाघर में एक बाड़े में क्वारंटाइन कर दिया गया है। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद दो जेब्रा को गोरखपुर चिड़ियाघर लाया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए दिसंबर माह बेहद खास होने वाला है। 25 नवंबर को इजराइयल से छह जेब्रा लखनऊ चिड़ियाघर में मंगाए गए हैं। उन्हें लखनऊ चिड़ियाघर में एक बाड़े में क्वारंटाइन कर दिया गया है। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद वहां से दो जेब्रा को गोरखपुर चिड़ियाघर लाया जाएगा। दो कानपुर चिड़ियाघर भेजा जाएगा और दो जेब्रा लखनऊ चिड़ियाघर में ही रहेंगे। ऐसे में दिसंबर में गोरखपुर चिड़ियाघर में जेब्रा भी दिखेगा और असम का गैंडा भी। चिड़ियाघर प्रशासन गैंडे को भी लाने की तैयारी कर रहा है।
इजराइल सरकार ने दिए हैं छह जेब्रा
लखनऊ चिड़ियाघर में जेब्रा पहुंचते ही वहां से गोरखपुर चिड़ियाघर को सूचना दे दी गई कि वह अपनी तैयारी पूरी रखें। क्वारंटाइन अवधि पूरी होते ही गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन जेब्रा को यहां लेते आएगा। लखनऊ चिड़ियाघर के स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर इजराइल सरकार छह जेब्रा देने की मंजूरी दे थी। यह पहले ही निर्धारित हो चुका था कि उसमें से दो जेब्रा गोरखपुर व दो कानपुर भेजे जाएंगे। गुरुवार को जेब्रा लखनऊ चिड़ियाघर पहुंचने के बाद गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन जेब्रा के बाड़े की साफ-सफाई में जुटा है। चिड़ियाघर प्रशासन का मानना है कि तीन से चार दिन के भीतर यह तैयारी पूरी हो जाएगी।
अधिक छायेदार है जेब्रा का बाड़ा
गोरखपुर चिड़ियाघर में अन्य जानवरों की अपेक्षा जेब्रा का बाड़ा अधिक छायेदार है। उसमें सेमल सहित चार बड़े-बड़े वृक्ष हैं, जिससे उसमें छाया अधिक रहती है।
प्रदेश में सिर्फ कानपुर चिड़ियाघर में था जेब्रा
प्रदेश में सिर्फ कानपुर चिड़ियाघर के पास इकलौती ऐश्वर्या जेब्रा थी। वर्ष 2013 में कानपुर चिड़ियाघर से जेब्रा बंकित को लखनऊ चिड़ियाघर भेजा गया था, लेकिन दो वर्ष बाद ही उसकी मौत हो गई थी। ऐसे में 2015 से ही लखनऊ चिड़ियाघर का जेब्रा का बाड़ा खाली था।
दिसंबर में आएगा गैंडा
चिडियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि लखनऊ चिड़ियाघर में जेब्रा आने की सूचना मिल चुकी है। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद उन्हें गोरखपुर लाया जाएगा। इधर गैंडे का बाड़ा भी लगभग-लगभग पूरा हो चुका है। दिसंबर प्रथम सप्ताह तक असम के गैंडे भी चिड़ियाघर में आ जाएंगे। ऐसे में दिसंबर में चिड़ियाघर में जेब्रा, गैंडा दो नये वन्यजीव लोगों को देखेने को मिलेंगे।