पार्षदों पर मुकदमा दर्ज करने पर अड़े कर्मचारी, नगर निगम का कामकाज ठप
गोरखपुर शहर में सफाई कार्य ठप हो गया है। कर्मचारी एक पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं। वह आंदोलन पर हैं।
गोरखपुर,(जेएनएन)। कर निरीक्षक विशाल श्रीवास्तव व वार्ड नम्बर 49 के पार्षद इरशाद अहमद के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नगर निगम कर्मचारी समन्वय समिति के नेतृत्व में शुक्रवार को कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की माग की। शुक्रवार को भी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया था।
कर्मचारियों ने रैली निकालकर नारेबाजी की और नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की माग की। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि कार्रवाई नहीं होने की दशा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ओडीएफ व प्रधानमंत्री आवास योजना के अलावा सभी कार्यो का बहिष्कार किया जाएगा। शेषनाथ पाडेय व देवानन्द तिवारी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा एक कर्मचारी पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का दबाव बनाया जा रहा है। इससे कर्मचारी डरने वाले नहीं हैं। कर्मचारी फरहान अहमद ने कहा कि सपा महानगर अध्यक्ष व पार्षद जियाउल इस्लाम ने मेरे खिलाफ कोतवाली में झूठी तहरीर दी है। मैंने कभी ओडीएफ नोडल अधिकारी के तौर काम नहीं किया है। चालक परिचालक संघ के अध्यक्ष सुरेन्द्र पाडेय ने कहा कि यदि पार्षद के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती तो सभी कूड़ा गाड़ियों को बंद करवा दिया जाएगा। पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार होने तक हमारा धरना समाप्त नहीं होगा। इस अवसर पर राम आधार दास, दीपक श्रीवास्तव, संजय कुमार श्रीवास्तव, देवेन्द्र मिश्रा, विपिन श्रीवास्तव, याकूब खान, श्याम बिहारी सिंह, मनोज तिवारी, विशाल श्रीवास्तव, रामानन्द यादव सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
इस संबंध में नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश सिंह का कहना है कि ऐसी घटनाएं होना चिंताजनक है। दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है, जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।