पांच बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने पहुंच गई महिला
पति से विवाद के बाद वह अपने पांच बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। ऐन मौके पर जीआरपी के जवान पहुंच गए।
By Edited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 12:17 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 12:17 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। वह अपने पांच बच्चों को लेकर आती हुई ट्रेन के सामने खड़ी हो गई। जीआरपी ने महिला और बच्चों को रेल लाइन के बीचो-बीच खड़े हुए देखा तो उन्हें समझते हुए देर नहीं लगी कि वह क्या करने जा रही है। जीआरपी के जवान तुरंत मौके पर पहुंचे और सभी को बचा लिया। यह वाकया देवरिया जिले के सलेमपुर रेलवे स्टेशन का है।
दरअसल पति की पिटाई से क्षुब्ध महिला पांच बच्चों के साथ जान देने के लिए रेल ट्रैक पर पहुंच गई। मझौलीराज निवासी दिनेश और पत्नी पूनम में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद में पति दिनेश ने उसकी पिटाई कर दी। पूनम को यह बात बुरी लग गई। उसने गुस्से में खतरनाक कदम उठाने का निर्णय ले लिया। वह अपने पांच बच्चों ¨पकी, प्रीति, राजा, बलदेव व गोद में एक छोटे बच्चे को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंच गई। सभी बच्चों की उम्र 10 साल से कम थी। वह प्लेटफार्म नंबर एक पर दक्षिण तरफ अपने बच्चों के साथ बैठकर ओवरब्रिज के समीप ट्रेन की प्रतीक्षा कर रही थी। कुछ देर के बाद जब ट्रेन आती दिखी तो वह पांचों बच्चों को लेकर रेल ट्रैक पर पहुंच गई।
उधर, जीआरपी भटनी के हेड कांस्टेबिल चंद्रप्रकाश यादव, कांस्टेबिल अनिल ¨सह यादव व पुनीत पाठक कुछ दूरी पर मौजूद थे। ट्रेन आते ही एक महिला को अपने पांच बच्चों के साथ ट्रैक के बीच देखा तो वे माजरा समझ गए। उसके बाद तत्परता दिखाते हुए जीआरपी के सिपाहियों ने जान जोखिम में डालकर महिला को ट्रैक से खींच लिया। महिला ने पूछताछ में अपने घर का पता बताया। इसके बाद जीआरपी के सिपाहियों ने ससुर व बुआ ज्योति को बुलाकर उसे सौंप दिया। महिला का कहना था कि पति दिनेश ने बच्चों के सामने उसे मारा-पीटा जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकी।
दरअसल पति की पिटाई से क्षुब्ध महिला पांच बच्चों के साथ जान देने के लिए रेल ट्रैक पर पहुंच गई। मझौलीराज निवासी दिनेश और पत्नी पूनम में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद में पति दिनेश ने उसकी पिटाई कर दी। पूनम को यह बात बुरी लग गई। उसने गुस्से में खतरनाक कदम उठाने का निर्णय ले लिया। वह अपने पांच बच्चों ¨पकी, प्रीति, राजा, बलदेव व गोद में एक छोटे बच्चे को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंच गई। सभी बच्चों की उम्र 10 साल से कम थी। वह प्लेटफार्म नंबर एक पर दक्षिण तरफ अपने बच्चों के साथ बैठकर ओवरब्रिज के समीप ट्रेन की प्रतीक्षा कर रही थी। कुछ देर के बाद जब ट्रेन आती दिखी तो वह पांचों बच्चों को लेकर रेल ट्रैक पर पहुंच गई।
उधर, जीआरपी भटनी के हेड कांस्टेबिल चंद्रप्रकाश यादव, कांस्टेबिल अनिल ¨सह यादव व पुनीत पाठक कुछ दूरी पर मौजूद थे। ट्रेन आते ही एक महिला को अपने पांच बच्चों के साथ ट्रैक के बीच देखा तो वे माजरा समझ गए। उसके बाद तत्परता दिखाते हुए जीआरपी के सिपाहियों ने जान जोखिम में डालकर महिला को ट्रैक से खींच लिया। महिला ने पूछताछ में अपने घर का पता बताया। इसके बाद जीआरपी के सिपाहियों ने ससुर व बुआ ज्योति को बुलाकर उसे सौंप दिया। महिला का कहना था कि पति दिनेश ने बच्चों के सामने उसे मारा-पीटा जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकी।
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