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महिला रेलकर्मियों को पूरे वेतन के साथ अब सिर्फ 365 दिन का सीसीएल Gorakhpur News

महिला रेलकर्मियों को नौकरी के दौरान पूरे वेतन के साथ सिर्फ 365 दिन का ही सीसीएल मिलेगा। 365 दिन के बाद छुट्टी लेने पर वेतन से 20 फीसद की कटौती कर ली जाएगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 10:30 PM (IST)
महिला रेलकर्मियों को पूरे वेतन के साथ अब सिर्फ 365 दिन का सीसीएल Gorakhpur News
महिला रेलकर्मियों को पूरे वेतन के साथ अब सिर्फ 365 दिन का सीसीएल Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। अब महिला रेलकर्मियों को नौकरी के दौरान पूरे वेतन के साथ सिर्फ 365 दिन का ही चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) मिलेगा। 365 दिन के बाद छुट्टी लेने पर वेतन से 20 फीसद की कटौती कर ली जाएगी। रेलवे में पूरे वेतन के साथ 730 दिन के सीसीएल का प्रावधान था। पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ (पीआरएसएस) ने रेलवे के इस नए नियम पर विरोध जताया है।

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365 दिन से अधिक की छुट्टी लेने पर होगी वेतन से 20 फीसद की कटौती

रेलवे बोर्ड का यह फरमान 14 दिसंबर 2018 से लागू होगा। इस तिथि के बाद जिन रेलकर्मियों ने 365 दिन से अधिक जितने दिन का सीसीएल लिया है, उनके वेतन से भी 20 फीसद की कटौती कर ली जाएगी। इस नई व्यवस्था से महिला रेलकर्मियों में आक्रोश है।

पीआरएसएस ने जताया विरोध

पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ (पीआरएसएस) की महिला प्रकोष्ठ की महामंत्री रीता मिश्रा और अध्यक्ष नाजनीन का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने महिला कर्मियों का हक छीना है। इसके विरोध में शीघ्र ही पूर्वोत्तर रेलवे स्तर पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। दिल्ली तक आवाज उठाई जाएगी।

अभी भी 730 दिन के सीसीएल का प्रावधान है। लेकिन प्रथम 365 दिन सीसीएल लेने पर पूरा वेतन मिलेगा। अगले 365 दिन सीसीएल लेने पर 80 फीसद वेतन मिलेगा। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

यांत्रिक कारखाना में आउटसोर्सिंग बंद करने की मांग

उधर, यांत्रिक कारखाना में कर्मचारियों की बैठक में आउटसोर्सिंग से कराए जा रहे कार्यों को बंद करने की मांग की गई। एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के सह संरक्षक काशी नरेश चौबे ने कहा कि यांत्रिक कारखाना में औसतन 167 कोच मरम्मत के लिए आते थे लेकिन इस माह अब तक 68 कोच ही मरम्मत के लिए आए हैं। यहां पर कर्मचारियों की संख्या चार हजार के आसपास है ऐसे में कर्मचारियों को पर्याप्त काम नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जो कोच मरम्मत के लिए आ रहे हैं उन्हें प्राइवेट ठीकेदार को दे दिया जा रहा है जिससे कर्मचारियों में निराशा व्याप्त हो गई है। ऐसे में आउटसोर्सिंग को बंद कर कर्मचारियों से कार्य कराया जाए जिससे कारखाने में मरम्मत के लिए आने वाले कोचों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सके। बैठक में संदीप पांडेय, प्रदीप श्रीवास्तव, विशेष सिंह, शंभू सिंह, वेद प्रकाश, आसिफ, सुल्तान, शक्ति सिंह, अनूप श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

रनिंग कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर एनई रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल मंत्री अजय वर्मा के नेतृत्व में लोको शाखा द्वारा प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया। प्रमुख अभियंता ने कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। मंडल मंत्री अजय वर्मा ने बताया कि यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता से दूरभाष पर वार्ता कर कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण की मांग की। इस दौरान आरिफ, आशुतोष, महराज, एसके जायसवाल, विवेक सिंह, आरपी सिंह, टिंकू, संतोष, उपेंद्र आदि उपस्थित रहे।


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