महिलाओं और छात्राओं ने कहा-राहत देने वाला बजट
हेमा पांडेय कहती हैं कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने कार्यकाल का पांचवा बजट पेश किया। जिसमें महिलाओं के लिए महिला सामर्थ्य योजना का क्रियान्वयन 200 करोड़ रुपये से किया जाएगा। इससे ग्रामीण महिलाओं और किशोरियों का आत्मबल बढ़ेगा।
महराजगंज : अपर्णा त्रिपाठी ने कहा कि वित्त मंत्री ने महिला शक्ति केंद्रों की स्थापना के लिए 32 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की है जो महिलाओं को सशक्त बनाने में लाभकारी होगा। यह बजट सत्र तारीफ के काबिल है।
हेमा पांडेय कहती हैं कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने कार्यकाल का पांचवा बजट पेश किया। जिसमें महिलाओं के लिए महिला सामर्थ्य योजना का क्रियान्वयन 200 करोड़ रुपये से किया जाएगा। इससे ग्रामीण महिलाओं और किशोरियों का आत्मबल बढ़ेगा।
अनीता त्रिपाठी ने कहा कि वित्त मंत्री ने युवा वर्ग के बिगड़े भविष्य को संवारने के लिए रोजगार के नए अवसरों को वादा किया है, जो सराहनीय है।
माध्वी त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से फैले महामारी के चपेट में आए युवाओं के लिए भी बजट पर विशेष ध्यान दिया गया है।
लक्ष्मी गुप्ता ने कहा कि बजट में वित्त मंत्री ने घर और महिलाओं के सशक्तिकरण पर फोकस करते हुए उनके लिए हर प्लेटफॉर्म पर काम करने और उनकी सुरक्षा पर पूरा ध्यान देने की बात कही है।
मनोरमा चौरसिया ने कहा कि इस वर्ष के बजट में सामाजिक सुरक्षा का लाभ देते हुए महिलाओं को अब हर प्लेटफॉर्म पर काम करने की आजादी मिलने की घोषणा करना सराहनीय कदम है।
पुष्पा यादव ने कहा कि किचन के बजट में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। जबकि घेरलू उपकरण, रोजमर्रा जरूरत के सामानों में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है।
निर्मला वर्मा ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य, आवास, कौशल, बीमा ऋण और खाद्य योजनाओं को बजट के रूप में पेश करना वास्तव में अच्छा बजट है।