इंजीनिय¨रग विश्वविद्यालय के छात्रों को अब नौकरी के अधिक अवसर, पुराने छात्र करेंगे सहयोग
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के छात्रों का ज्यादा से ज्यादा प्लेसमेंट कराने की व्यवस्था की जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में अब पूरा जोर प्लेसमेंट रिकार्ड के सुधार पर है। बीटेक, एमबीए और एमसीए के विद्यार्थियों को नौकरियों के अधिक से अधिक अवसर मिल सके, इसके लिए प्लेसमेंट सेल को खासा सक्रिया किया गया है। कुलपति स्वयं देश-विदेश के विभिन्न संस्थानों, कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं। पिछले दिनों संपन्न पुरातन छात्र परिषद के सम्मेलन में भी विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट को बेहतर करने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई थी।
कैंपस सेवायोजन के लिहाज से प्रतिष्ठित कंपनियों की सूची में एमएमएमयूटी जैसे संस्थान टियर थ्री में आते हैं। ऐसे में प्लेसमेंट के लिए यह संस्थान कभी प्राथमिकता में नहीं होते। अगर कोई कंपनी आती भी है तो अपवादों को छोड़ वेतन पैकेज भी 2-4 लाख रुपये सालाना से अधिक नहीं होता। विश्वविद्यालय की योजना थ्री से टू टियर में आने की है। इसके लिए पुरातन छात्रों से सहयोग लिया जा रहा है। वर्तमान में एमएमएमयूटी के पुरा छात्र देश-दुनिया की प्रतिष्ठित कंपनियों में अहम पदों पर सेवारत हैं, ऐसे में उनका सहयोग लेकर विश्वविद्यालय की ब्रांडिंग की जा सकती है।
बड़ी कंपनियों में नहीं हो पाते चयनित
तकनीकी शिक्षण संस्थानों के लिए प्लेसमेंट रिकार्ड, उसकी गुणवत्ता पर मुहर सरीखी मानी जाती है। इस लिहाज से एमएमएमयूटी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। 2017-18 सत्र का हाल देखें तो सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट हीरो मोटोकॉर्प में रहा, जहां 5.5 से 6.5 लाख रुपये का वेतन पैकेज ऑफर हुआ, लेकिन इस वेतन पैकेज के लिए केवल एक ही छात्रा चुनी जा सकी। 2016-17 में अमेजन इंडिया जो कि 15.5 लाख रुपये सालाना वेतन पैकेज ऑफर कर रही थी, में नौकरी को एमएमएमयूटी के बीटेक कंप्यूटर साइंस और एमबीए, एमसीए के कुल 40 छात्रों ने परीक्षा दी, लेकिन कोई सफल न हो सका। इसी तरह 20 लाख के पैकेज वाले एडोब सिस्टम कंपनी में सभी 27 छात्र चयन पाने में असफल रहे। जाहिर है बड़ी कंपनियों में यहां के विद्यार्थियों का चयन नहीं हो पा रहा। इस समस्या से पार पाने के लिए विश्वविद्यालय पढ़ाई के साथ-साथ औद्योगिक संस्थानों के टुअर, इंटर्नशिप आदि कराने पर भी जोर दिया जाएगा। हालांकि भारतीय इंजीनिय¨रग सेवा, भारतीय सेना आदि में यहां के छात्रों को खासी सफलता मिली है।
वर्षवार प्लेसमेंट की रिपोर्ट
सत्र - छात्र-छात्रा - कुल
2017-18 - 62-27 - 89
2016-17 - 51-32 - 83
2015-16 - 95-51 - 146
2014-15 -108-45 -153
2013-14 - 50-40 - 90
2012-13 - 67-27 - 94