यूपी बोर्ड : परीक्षा केंद्रों पर मूलभूत सुविधा उपलब्ध न होने पर नपेंगे जिम्मेदार
जिले में एक राजकीय कन्या इंटर कालेज 13 राजकीय उमावि के साथ 34 सहायता प्राप्त एक राजकीय आश्रम पद्धति व 231 वित्त विद्यालय हैं। इसमें दो राजकीय 30 सहायता प्राप्त व 59 वित्त विहीन विद्यालय को परीक्षा केंद्र घोषित किया गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए संतकबीरनगर जिले में 91 केंद्र निर्धारित किए गए हैं। यहां शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए आपत्तियां लेकर उनका निस्तारण किया जा रहा है। परीक्षा में शिकायत वाले केंद्रों पर सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश है। परीक्षा केंद्र पर सीसी कैमरा, वायस रिकार्डर युक्त कक्ष, पेयजल, शौचालय, विद्यालय में दो कंप्यूटर, सीसीटीवी व 30 दिन तक रिकार्डिंग रखने की डीवीआर होना आवश्यक होगा।
परीक्षा केंद्र पर कराना होगा कोविड प्रोटाकोल का पालन
विद्यालय में हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन, कोरोना को देखते हुए एक दूसरे परीक्षार्थी के बीच छह फिट कर दूरी का पालन आदि व्यवस्था होनी होनी चाहिए। किसी भी परीक्षा केंद्र से अगर शिकायत आती है तो उसके जिम्मेदार सीधे केंद्र व्यवस्थापक व परीक्षा व्यवस्थापक होंगे।
केंद्र मांगने वालों की लंबी फेहरिस्त
जिले में एक राजकीय कन्या इंटर कालेज, 13 राजकीय उमावि के साथ 34 सहायता प्राप्त, एक राजकीय आश्रम पद्धति व 231 वित्त विद्यालय हैं। इसमें दो राजकीय, 30 सहायता प्राप्त व 59 वित्त विहीन विद्यालय को परीक्षा केंद्र घोषित किया गया है। बालिकाओं के साथ बालकों का केंद्र दूर भेजने की शिकायत 40 विद्यालय करा चुके है। छात्राओं का केंद्र दूर होने, तो अधिक संख्या का आवंटन होने की शिकायत हैं। 88 आपत्तियों में 39 विद्यालय केंद्र की मांग कर रहे हैं। इसके लिए जोर लगा रहे हैं। शिक्षा विभाग गुणदोष के आधार पर केंद्र बनाए जाने का निर्धारण करेगा।
शुचितापूर्ण कराई जाएगी परीक्षा
जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने बताय कि सभी केंद्रों पर शुचितापूर्ण नकलविहीन परीक्षा कराई जाएगी। शासन व बोर्ड से दिशा निर्देश मिला है। जिन केंद्रों पर खामियां है उसे दूर करने कराया जा रहा है। इसके लिए केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देशित किया गया है। समय रहते यदि प्रस्तावित केंद्र पर सुविधा नहीं सुलभ हुई। खामियां मिलती है तो वहां केंद्र हटाकर दूसरे विद्यालय पर परीक्षा कराई जाएगी। कहीं से भी बच्चों को समस्या नहीं आने दी जाएगी।