हमारा शहर इंदौर क्यों नहीं- सड़क पर फेंक देते कूड़ा, कैसे शहर बनेगा नंबर वन
स्वच्छता के मामले में मध्य प्रदेश का इंदौर शहर नंबर एक है तो इसके पीछे वहां के नागरिकों की साफ-सफाई रखने की आदत भी है। इंदौर में कोई नागरिक सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकता इधर-उधर नहीं थूंकता वाहन में खाद्य पदार्थ खाकर सड़क पर नहीं उठाता।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्वच्छता के मामले में मध्य प्रदेश का इंदौर शहर नंबर एक है, तो इसके पीछे वहां के नागरिकों की साफ-सफाई रखने की आदत भी है। इंदौर में कोई नागरिक सड़क पर कूड़ा नहीं फेंकता, इधर-उधर नहीं थूंकता, वाहन में खाद्य पदार्थ खाकर सड़क पर नहीं उठाता। इसके विपरीत अपने शहर में नागरिक सफाई को खुद की नहीं बल्कि नगर निगम की जिम्मेदारी मानते हैं। यही वजह है कि सड़क पर कूड़ा फेंकना, नालियों में कूड़े का ढेर डालना, सड़क पर थूंकना आम बात है। नागरिकों की स्वच्छता को लेकर बेपरवाही भी शहर का नंबर कम करने का बड़ा कारण है।
यातायात में बाधक बनता है सडक पर पडा कूडा
27 नवंबर को हरिओम नगर में सड़क किनारे किसी ने मलबा डाल दिया था। यह मलबा न सिर्फ यातायात में बाधक बन रहा था वरन वाहनों के आने-जाने से उड़ रही धूल से लोगों को परेशानी भी हो रही थी। इंदिरा बाल विहार पर दुकानदार नालियों में खाद्य पदार्थ के साथ ही पालीथिन और अन्य सामान डालते मिले। पार्क रोड पर पालीथिन में भरा कूड़ा नाले में बहता मिला। पता चला कि कुछ देर पहले ही कूड़ा नाले में डाला गया था। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि सफाई सिर्फ नगर निगम का विषय नहीं है। यह सभी का मामला है। जिस दिन नागरिक खुद ही आगे बढ़कर गंदगी दूर करने में जुट जाएंगे, हमें इंदौर की तरह स्व'छ सर्वेक्षण में नंबर वन बनने से कोई नहीं रोक पाएगा।
रेलवे स्टेशन रोड का बुरा हाल
रेलवे स्टेशन रोड का बुरा हाल मिला। रेलवे बस स्टेशन के पहले से सड़क के दोनों किनारों पर अतिक्रमण के साथ ही नाले में गंदगी मिली। यहां आने-जाने वाले यात्री इधर-उधर थूंकते रहे। किसी को भी शहर की स्व'छता की कोई परवाह नहीं दिखी। धर्मशाला में न सिर्फ सड़क पर अतिक्रमण मिला वरन गंदगी भी मिली। पता चला कि सुबह सफाई कर सफाईकर्मी कूड़ा उठा ले गए। सुबह 10 बजे के बाद दुकान खुलनी शुरू हुई तो दुकानदार सफाई में निकला कूड़ा सड़क पर फेंकते रहे।
मैं भी स्वच्छता प्रहरी
वरिष्ठ सर्जन डा् असीम कुमार बताते हैं कि घर के अंदर की सफाई के प्रति तो सभी सजग रहते हैं। असली सजगता तब होगी जब हम घर के बाहर गलियों, चौराहों को साफ-सुथरा रखें। सफाई का संस्कार ब'चों में शुरू से डाला जाना चाहिए। ब'चों को बताना चाहिए कि सफाई से न सिर्फ वातावरण शुद्ध रहता है, वरन कई तरह की बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है। सफाई अभियान में सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।