कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण जरूरी
वैश्विक महामारी में संक्रमित का समुचित इलाज न होने के कारण बचाव व टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। लेकिन समाज में कुछ भ्रांतियां फैलने से चंद लोग अब भी टीकाकरण कराने से कतरा रहे हैं।
सिद्धार्थनगर : वैश्विक महामारी में संक्रमित का समुचित इलाज न होने के कारण बचाव व टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। लेकिन समाज में कुछ भ्रांतियां फैलने से चंद लोग अब भी टीकाकरण कराने से कतरा रहे हैं। जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खुद कोविड 19 से बचाव का टीका न सिर्फ लगवा चुके हैं बल्कि समाज को टीकाकरण कराने को प्रेरित कर रहें।
लेखपाल संघ डुमरियागंज के अध्यक्ष रमेश चंद्र श्रीवास्तव दोनों डोज टीका लगवा चुके हैं। कहा जबसे टीकाकरण कराया है, शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा मिलने से थकान नहीं लगती। उन्होंने सभी लोगों से टीकाकरण कराने की अपील की है।
बार एसोसिएशन डुमरियागंज अध्यक्ष इंद्रमणि पांडेय कहते हैं इस महामारी ने पूरी व्यवस्था को प्रभावित कर दी। पहली लहर में जान माल का नुकसान कम हुआ, परंतु दूसरी में शायद ही कोई गांव बचा हो जहां से अर्थी न उठी हो। अब विशेषज्ञ कोरोना संक्रमण के बेहद खतरनाक रूप में आने की बात कह रहे हैं जो बच्चों को भी जद में लेगी। इससे सुरक्षित रहने को टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। मैंने तो पहला टीका लगवा लिया है। स्वयं व समाज को सुरक्षित रखने के साथ ही सभी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रहा हूं।
व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष सुगंध अग्रहरि ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा उन्होंने पहला टीका लगवा लिए है। पूरी दुनिया को रोक देने वाली इस बीमारी से बचने के लिए एकमात्र टीकाकरण ही विकल्प होने के करण सभी से कराने की अपील वे हर जगह चर्चा के दौरान करते है। उन्होंने कहा सरकार की मंशा सभी को सुरक्षित रखने की है।
केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन डुमरियागंज अध्यक्ष सत्येन्द्र वीर सिंह भाटिया ने बताया कि पहला टीका लगवा चुका हूं। दूसरी लहर में कई जानने वालों को काल के गाल में समाते देखा है। अभी तक जवान व बुजुर्ग ही जद में आते थे तीसरी का प्रकोप बच्चों पर होने की चेतावनी है। ऐसे में टीकाकरण के माध्यम से ही इसे रोका जा सकता है। उन्होंने सभी से टीकाकरण कराने की अपील की।