कुआं संरक्षित कर बढ़ाएंगे जलस्तर
जल संचयन के लिए लोग अब आगे आने लगे हैं, लोगों ने पानी बचाने के लिए संकल्प लिया है
गोरखपुर: कभी लोगों की प्यास बुझाने के साथ इलाके का जलस्तर ऊंचा रखने वाला और वर्तमान में पट चुका कुआं अब अपने पुराने स्वरूप में लौटेगा। लोगों द्वारा इंजीनिय¨रग कॉलेज के पास मंदिर से सटे स्थित इस कुएं की सफाई के साथ ही इसमें पानी की व्यवस्था और गंदगी से बचाने के लिए उसे ढकने कर रखने की तैयारी की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुआं तकरीबन तीन सौ साल पुराना है। इलाके में जल स्रोत के नाम पर यही कुआं था। बाद में लगातार बनते गए मकानों के कारण कुएं को संरक्षित करने की बात लोग भूलते गए। वर्तमान में कुएं का इस्तेमाल शादी में दीपक जलाने तक ही सीमित होकर रह गया है। कुछ लोगों ने कुएं को कूड़ेदान बना दिया है।
पार्षद गौरी देवी और पूर्व पार्षद व वर्तमान में पार्षद प्रतिनिधि हीरालाल यादव कहते हैं कि दैनिक जागरण के जलदान अभियान ने कुएं को संरक्षित करने की प्रेरणा दे दी है। कुएं की सफाई कर उसमें पानी की उपलब्धता की कोशिश की जाएगी।
अभियान से जुड़े दिव्य नगर कॉलोनी के गौरव कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि पानी बचाने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम काफी लाभप्रद है। दीर्घकालीन उपाय की बात करें तो पौधरोपण से ही जलस्तर बचेगा और वायु प्रदूषण कम होगा।
मदरहवा के अवध बिहारी शुक्ल, व्यापारी संजय जायसवाल और दिलीप कुमार त्रिपाठी का कहना है कि कुआं न सिर्फ आस्था का प्रतीक है, वरन यह हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है। इसका संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है।
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बूंद-बूंद बचाएंगे तभी तो जीवन पाएंगे जल जीवन का आधार है। जल न हो तो हमारे जीवन का आधार ही समाप्त हो जाएगा। दैनिक जीवन के कई कार्य बिना जल के संभव नहीं हैं, लेकिन धीरे-धीरे धरती पर जल की कमी होती जा रही है। साथ ही जो भी जल उपलब्ध है वह भी काफी हद तक दूषित है। धरती पर जीवन बचाए रखने के लिए हमें इसके बचाव की ओर ध्यान देना पड़ेगा। हमें जल का व्यर्थ उपयोग नहीं करना चाहिए और उसे दूषित होने से भी बचाना चाहिए।
यह निष्कर्ष निकला व्यापारियों की बैठक में पानी का महत्व और उसे बचाने के लिए हुए मंथन पर। दैनिक जागरण के जलदान अभियान के तहत बक्शीपुर में हुई बैठक में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री बैजनाथ जायसवाल ने कहा कि हमें पानी की एक-एक बूंद को बचाना होगा। आवश्यकता अनुसार पानी लेना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करना चाहिए।
गोरखपुर उद्योग व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह अनिल ने कहा कि हमें सभी संस्कारों के साथ ही बच्चों में जल बचाने का भी संस्कार डालना चाहिए।
संयुक्त व्यापार मंडल के मीडिया प्रभारी नितिन कुमार जायसवाल ने कहा कि अत्यधिक दोहन और बर्बादी से जल भी लगातार कम होता जा रहा है। इस पर सभी को गंभीर होना पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला मंत्री (युवा) भानु प्रकाश गुप्ता ने कहा कि जल बचाने की शुरुआत अपने घर से ही करनी होगी। फव्वारे या सीधे नल के नीचे बैठ कर नहाने की बजाय बाल्टी और मग का प्रयोग करें। घर के बगीचे में पानी देते समय पाइप की बजाय फव्वारे का प्रयोग करें। ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं।
पूर्व पार्षद राकेश अस्थाना, गोरखपुर युवा उद्योग व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष महावीर गुप्ता, अजीत जायसवाल सन्नी, चंद्रकिशोर सिंह, मुकेश कुमार, देवानंद विश्वकर्मा, विनय सिंह ने कहा कि बरसाती जल इकट्ठा करने एवं प्रयोग करने लायक बनाने की छोटी इकाइयों को बढ़ावा देना चाहिए।