खुखुंदू थाना गेट पर ग्रामीणों का बवाल, पुलिस ने लाठियां भांजी
युवक के अपहरण के मामले में जानकारी करने पहुंचे पीड़ित पक्ष से थाने में दुर्व्यवहार किए जाने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने रविवार को थाना गेट पर बवाल किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
देवरिया: युवक के अपहरण के मामले में जानकारी करने पहुंचे पीड़ित पक्ष से थाने में दुर्व्यवहार किए जाने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने रविवार को थाना गेट पर बवाल किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने लाठियां भांजकर ग्रामीणों को तितर-बितर किया। इस दौरान कई महिलाओं व पुरुषों को चोटें आई हैं। पुलिस ने हंगामा के आरोप में दस लोगों को हिरासत में लिया है। उधर अपहृत युवक की मां शोभा देवी की तहरीर पर आरोपित दुकानदार अशोक यादव के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस व एसओजी युवक की बरामदगी में जुटी है।
वासदेव चक गांव के रहने वाले कन्हैयालाल चौहान के पुत्र अशोक चौहान उर्फ पंकज शनिवार की देर शाम करीब 6.30 बजे अघैला गांव के अशोक यादव की शटरिग की दुकान पर पटरे पहुंचाने गया था। उसके बाद युवक गायब हो गया। देर रात तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो स्वजन को चिता होने लगी। स्वजन दुकान पर पहुंचकर दुकानदार से जानकारी की तो उसने अनभिज्ञता जताई। दुकानदार के घर में बाइक देखकर स्वजन ने अपहरण की आशंका जताई। रात करीब 11.30 बजे स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस दुकानदार को लेकर थाने आई और पूछताछ की। रविवार दोपहर तक युवक का पता नहीं चला। आरोप है कि कार्रवाई के बारे में पूछने पर थाने के दीवान ने पीड़ित पक्ष से दुर्व्यवहार किया। इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गए। थाना गेट पर पहुंचकर बवाल किया। थानाध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी ने कहा कि भूसा रखने वाले कमरे से बरामद हुई बाइक
दुकानदार अशोक यादव पहले तो युवक के मामले में अनभिज्ञता जता रहा था लेकिन उसके भूसा रखने वाले कमरे से बाइक बरामद होने के बाद उसका झूठ सामने आ गया। स्वजन ने अपहरण करने का आरोप लगाया। दुकानदार का कहना है कि 4200 रुपये बकाया है। जिसे नहीं देने पर रोका था लेकिन युवक लघुशंका के बहाने उनके घर से चला गया। दुकानदार से पूछताछ की जा रही है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। युवक की बरामदगी के लिए पुलिस के अलावा एसओजी टीम लगी है। दीवान ने दुर्व्यवहार नहीं किया। सहानुभूति जताते हुए मैंने कई बार स्वजन से माफी मांगी, लेकिन लोग नहीं मान रहे थे।