सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को ग्रामीणों ने तीन किलाेमीटर तक दौड़ा कर पकड़ा
सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी बेखौफ होकर घूम रहा था। ग्रामीणों ने दौड़ाकर पकड़ा फिर पुलिस के हवाले किया।
गोरखपुर (जेएनएन)। कुशीनगर जनपद के अहिरौली थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को बुधवार को ग्रामीणों ने दौड़ा कर पकड़ लिया। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में पीड़िता के पिता की तहरीर पर चार युवकों पर मुकदमा दर्ज किया था। पीड़िता का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि तीन आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे। दो आरोपित अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस पूरी तरह से लापरवाह है, यही वजह है कि आरोपित गांव में ही अपने दरवाजे पर टहल रहा था जिसे तीन किमी तक दौड़ा कर पकड़ा और पुलिस को सौंपा। थाना प्रभारी अरूण कुमार मौर्य ने कहा कि तहरीर मिलते ही आरोपित फलेंद्र यादव, बिलायती तिवारी, प्रेमचंद गुप्ता व टुनटुन सिंह, निवासी परसा के खिलाफ दुष्कर्म सहित कई धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया गया और टुनटुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरे आरोपित को आज ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ा गया। शीघ्र ही अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घटना के 48 घंटे बाद गांव पहुंचे एसपी
सामूहिक दुष्कर्म जैसी गंभीर घटना को लेकर पुलिस की संवेदनशीलता क्या है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 48 घंटे बीतने के बाद पुलिस कप्तान अशोक कुमार पांडेय गांव पहुंचे। पीड़िता के परिजनों से बातचीत की और कार्रवाई का भरोसा दिया।
यह है घटनाक्रम
बीते सोमवार की रात आठ बजे किशोरी गांव के बाहर शौच करने गई थी। इसी बीच बाजार से घर वापस जा रहे पड़ोस के गांव के उक्त चारों युवक किशोरी को अकेला देखकर नजदीक के बागीचे में खींच ले गए और दुष्कर्म किया। घटना के बाद युवती जैसे-तैसे घर पहुंची और चुपचाप कमरे में सो गई। सुबह उसकी हालत देखकर परिजनों ने पूछा तो बुखार होने की बात बताई। रात को दस बजे उसकी हालत अचानक बिगड़ने लगी तो मां से आपबीती बताई। पीड़िता के पिता उसे लेकर थाने पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर पूर्व राज्यमंत्री ने तीन घंटे दिया धरना
दुष्कर्म की घटना के विरोध में बुधवार की सुबह पहुंचे पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिहं ने अपने समर्थकों व ग्रामीणों संग गांव में ही तीन घंटे धरना दिया। निर्दोष लोगों को थाने से छोड़ने व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण व सपा कार्यकर्ता धरनास्थल पर जमा हो गए। सूचना पर उप जिलाधिकारी दिनेश कुमार व पुलिस क्षेत्राधिकारी ओमपाल सिंह भी पहुंचे और आश्वासन दिया कि 24 घंटे में सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूर्व राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने, थानाध्यक्ष अहिरौली बाजार व पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद धरना समाप्त हुआ। इस दौरान सपा के जिला उपाध्यक्ष हीरालाल प्रजापति, बालकृष्ण मिश्र, अवधेश यादव, उर्मिला द्विवेदी, प्रेमशंकर द्विवेदी, रामप्यारे कुशवाहा, राजन तिवारी आदि मौजूद रहे।
पूर्व राज्यमंत्री ने लगाया धमकी देने का आरोप
पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह ने एसपी पर धमकी देने का आरोप लगाया। बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना के संबंध में कार्रवाई को लेकर दूरभाष पर बात किया तो मुझे बड़ी कार्रवाई में फंसाने की धमकी दी गई। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करुंगा। उधर, एसपी अशोक कुमार पाण्डेय ने कहा कि पूर्व राज्यमंत्री का आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद और निराधार है। पुलिस अपना कार्य कर रही है।