सत्यापन में खुलेगा सोलह शिक्षकों के फर्जीवाड़े का राज Gorakhpur news
संदिग्ध सभी शिक्षकों को विभाग में तलब किया गया था पर कुल सोलह शिक्षकों में से सिर्फ छह शिक्षकों ने उपस्थित होकर अपने अभिलेख जमा कर दिए।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में जांच दर जांच फर्जी शिक्षकों की तादाद बढ़ती जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग ने सोलह शिक्षकों को मूल अभिलेखों के साथ तलब किया है। इनमें आठ वे शिक्षक हैं जिन्हें विभाग ने शिकायत के आधार पर नोटिस जारी किया है। जबकि आठ वे शिक्षक हैं, जिन्होंने अपना पैन नंबर संशोधित कर विभागीय रिकार्ड में दर्ज करा दिया है। संदिग्ध होने के कारण विभाग उनकी भी जांच करेगा, जिन्होंने अपना पैन नंंबर संशोधित किया है। शिक्षकों द्वारा जमा किए अभिलेख का सत्यापन भी कराएगा, जिसमें इनके फर्जीवाड़े का राज खुलेगा। सभी को विभाग में तलब किया गया था, पर कुल सोलह शिक्षकों में से सिर्फ छह शिक्षकों ने उपस्थित होकर अपने अभिलेख जमा कर दिए।
पिछले सप्ताह जारी हुआ था नोटिस
गत सप्ताह पूर्व शिकायत मिलने पर विभाग ने इन शिक्षकों के विरुद्ध नोटिस जारी किया था।साथ ही इन्हें 17 अगस्त को विभाग में तलब करते हुए अभिलेख जमा करने का निर्देश दिया था, ताकि शिकायत में उन पर लगे आरोपों की जांच हो सके। जिन शिक्षकों के विरुद्ध फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने विभाग को शिकायत मिली थी उनमें सर्वाधिक पांच शिक्षक ब्रह्मपुर व अन्य गोला व सरदारनगर विकास खंड के हैं।
अब तक बर्खास्त हो चुके हैं 58 शिक्षक
पिछले एक साल में फर्जी अंक पत्र और प्रमाण पत्र के जरिये नौकरी के आरोप में गोरखपुर जनपद में जहां 58 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं वहीं 29 निलंबित किए जा चुके हैं। अभी भी लगभग दो दर्जन शिक्षक विभाग के निशाने पर हैं। यह हाल तब है, जबकि शासन के निर्देश पर जिले में तैनात लगभग साढ़े सात हजार शिक्षकों की जांच अभी जारी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह का कहना है कि विभाग को कुछ शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिकायत मिली थी। इन सभी शिक्षकों को मूल प्रमाण पत्र के साथ तलब किया था। इनमें से छह शिक्षकों ने अपने अभिलेख जमा कर दिए हैं। इनका सत्यापन कर जांच कराई जाएगी।